ऋषिकेश। उत्तरप्रदेश के उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने धर्म संसद में भड़काऊ भाषण मामले में संतों पर दर्ज हुए मुकदमों की निंदा की। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में कानून सबके लिए समान है, इसलिए संतों पर दर्ज मुकदमे सम्मान सहित वापस लिए जाने चाहिए।
साक्षी महाराज ने बुधवार को अपना 66वां जन्मदिवस तीर्थनगरी ऋषिकेश में मनाया। उन्होंने पूजा-पाठ और केक काटने के बाद संत, महात्माओं और अनुयायियों को भोजन-प्रसाद बांटा। पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि यह देश, भारत के संविधान से चलता है और चलेगा भी। कुछ साधु-महात्मा जो राजनीति से दूर हैं, राजनीति नहीं समझते वह आवेश में आकर कोई भी बयान देते हैं तो उसे हिंसात्मक नहीं मानना चाहिए।
उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी जैसे तमाम लोग इसी देश में खुलेआम हिंदुओं को चुनौती देते हैं। देश का सौहार्द खराब करते हैं। मगर, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। मगर, अहिंसा परमो धर्म: और वसुधैव कुटुंबकम को भावना को मानने वाले हिंदू संत, महात्माओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना निंदनीय है।
साक्षी महाराज ने कहा कि संतों की जुबान कड़वी जरूर हो सकती है, मगर वह हिंसा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार और राज्य सरकार से इस संबंध में वार्ता करूंगा और संतों के खिलाफ दर्ज मुकदमे सम्मान सहित वापस लेने की भी मांग करूंगा।