देहरादून में सड़क खोदकर ठीक न करने पर जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने स्मार्ट सिटी कांट्रेक्टर पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसमें से एक लाख की राशि कांट्रेक्टर को जिलाधिकारी देहरादून के खाते में जमा करानी होगी। वहीं, दो लाख रुपये गड्ढों के कारण हुई दुर्घटना में घायल शारदानंद उनियाल को देने के निर्देश दिए हैं।बलबीर रोड पर हुई दुर्घटना के बाद जिलाधिकारी ने अपर जिला मजिस्ट्रेट को मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। जांच रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि 18 सितंबर को घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जल संस्थान, पीडब्ल्यूडी, स्मार्ट सिटी के अधिकारी, प्रतिनिधि और कांट्रेक्टर फर्म मै. आरजी गुरुनाम कंपनी के प्रतिनिधि, विधायक खजान दास व अन्य से दुर्घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली।इस दौरान पता चला कि कांट्रेक्टर कंपनी ने मानकों के अनुसार काम नहीं किया है। निर्माण कार्यों में भी विसंगति पाई गई। रिपोर्ट में कहा किकांट्रेक्टर ने मनमाने ढंग से सड़कों की खोदाई की और उन्हें समय से ठीक भी नहीं किया। कई गड्ढ़े होने के बावजूद सड़क पर बैरिकेडिंग भी नहीं की गई। इसके कारण 10 लोग घायल हुए।
शारदानंद उनियाल भी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए और उनके दोनों हाथ फ्रैक्चर हो गए। जिलाधिकारी ने कहा कि कांट्रेक्टर फर्म उनियाल के तात्कालिक उपचार के लिए दो लाख रुपये की धनराशि दे रहा है। इसके अलावा जो भी खर्च आएगा वह राजकीय दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने भविष्य में इस तरह की लापरवाही न करने की चेतावनी भी दी।
दो दिन में भरे जाएं गड्ढ़े
जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े सभी कांट्रेक्टर को दो दिनों के भीतर गड्ढ़े भरने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गड्ढ़े भरने में किसी भी तरह की लापरवाही न की जाए। काम पूरा होने के दो दिन के भीतर गड्ढ़े भर दिए जाएं। उन्होंने कहा कि अगर इसके बावजूद भी लापरवाही की गई तो कांट्रेक्टर कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
सड़क खोदकर छोड़ने वालों को मिलेगा सबक
जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा कि इस फैसले से सड़क खोदकर छोड़ने वालों को सबक मिलेगा। राजधानी में कई सड़कों की हालत खराब है। कई सड़कों को पेयजल और सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदा गया था। उनकी ठीक से मरम्मत नहीं हुई है। वहीं, कई जगह बारिश के कारण भी सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढ़े हुए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़कों के मामले में लापरवाही करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। क्योंकि, सड़क पर एक छोटी सी दुर्घटना से किसी की जान भी जा सकती है।