प्रदेश सरकार के 125933 कर्मचारियों के अटल आयुष्मान गोल्डन कार्ड अपने ही सरकारी तंत्र की सुस्त चाल में उलझकर रह गए हैं। सुस्ती का आलम यह है कि तमाम दिशा-निर्देशों और सूचनाओं के बावजूद 73933 कर्मचारियों ने योजना का लाभ लेने के लिए आईएफएमएस पोर्टल पर आनलाइन पंजीकरण नहीं कराया है।
165722 कर्मचारियों में से जिन 91843 कर्मचारियों ने एंट्री की है, उनमें से भी केवल 39789 कर्मचारियों के डाटा का संबंधित विभागीय डीडीओ सत्यापन के लिए समय निकाल पाए हैं। अब भी 52 हजार से अधिक कर्मचारियों को डीडीओ की हरी झंडी का इंतजार है।
सत्यापन में हो रही देरी की वजह विभागों की हीलाहवाली के साथ आहरण वितरण अधिकारियों (डीडीओ) की सुस्त कार्यप्रणाली को माना जा रहा है। नतीजा यह है कि हजारों कर्मचारियों को अपने ही तंत्र के जाल से जूझना पड़ रहा है। लंबे समय से वे अटल आयुष्मान गोल्डन कार्ड की राह देख रहे हैं लेकिन कार्ड को हासिल करने के लिए उनके आवेदन (डाटा एंट्री) सरकारी सिस्टम की सुस्त चाल में उलझकर रह गए हैं।