देहरादून| मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार का लक्ष्य बेरोजगार युवाओं को 20 दिन खाना परोस कर देना नहीं बल्कि 365 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाना है। इसके लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं के तहत हर बेरोजगार को रोजगार उपलब्ध करवाने का प्रयास कर रही है। मनरेगा के अंतर्गत प्रदेशभर में लॉकडाउन अवधि से अब तक 36 हजार लोगों को रोजगार से जोड़ा भी जा चुका है। उन्होंने वन विभाग से भी स्वरोजगार योजना में सहयोग करने को कहा।
सोमवार को वन विभाग की ओर से चंद्रबनी खालसा, क्लेमेनटाउन में हरेला के उपलक्ष्य में वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने पौधारोपण कार्यक्रम का उद्घाटन पीपल का पौधा लगाकर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल प्रदेशभर में दो करोड़ औषधीय पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है।
कोरोना के चलते बड़ा आयोजन नहीं होगा, लेकिन शारीरिक दूरी का पालन करते हुए इस पूरे महीने प्रदेशभर में पौधे रोप कर यह लक्ष्य पूरा किया जाएगा। साथ ही इनकी पूरी मॉनिटरिग भी की जाएगी। बताया कि ‘हर घर नल’ का लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में नए पानी के कनेक्शन का शुल्क एक रुपया लिया जाएगा। पहले साढ़े 23 सौ रुपये शुल्क लिया जाता था। शहरी इलाकों में भी दाम घटाने पर विचार किया जा रहा है। वन मंत्री डॉ. हरक सिंह ने कहा कि कोरोनाकाल को हमें अवसर के तौर पर लेन होगा।
इससे जान-माल का नुकसान तो हुआ है, लेकिन प्रकृति को बड़ी राहत भी मिली है। बताया कि आज के समय में आयुष किट की डिमांड एलोपैथी डॉक्टर भी कर रहे हैं। विधायक विनोद चमोली ने मुख्यमंत्री से चंद्रबनी में पार्क विकसित करने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री ने वन विभाग के सहयोग से पार्क विकसित करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर वन सचिव आनंद वर्धन, पीसीसीएफ जयराज, पूर्व पीसीसीएफ आरबीएस रावत, डीएफओ राजीव धीमान, आरओ थानो डॉ. उदयनंद गौड़ समेत अन्य लोग मौजूद रहे।