देहरादून। उत्तराखंड में आज यानी शुक्रवार से लॉकडाउन के दौरान खुलने वाली जरूरी सामान की दुकानों के समय में राहत दी है। आज से दुकानें सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक खुली रहेंगी। दुकानों में लग रही लोगों की भीड़ के कारण प्रशासन ने ये फैसला लिया है।
– उत्तराखंड सरकार महिलाओं और रोजमर्रा के कामों से जीविकोपार्जन करने वाले व्यक्तियों की सूची के अनुसार फूड पैकेट तैयार करवा रही है। बताया गया कि एक हजार फूड पैकेट रोज बांटे जाएंगे।
– दोपहर एक बजे बाद दुकानें बंद कर दी गईं। जिसके बाद राजधानी देहरादून की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। बारिश होने के चलते बाजार दोपहर बारह बजे से ही बंद होने लगे थे।
– मसूरी में नगर पालिका प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण को बहुत हल्के में लिया जा रहा है। मसूरी धनोल्टी रोड लक्ष्मण पुरी के पास नगर पालिका द्वारा संचालित कूड़े के डंपिंग स्टेशन का हाल बेहाल है। यहां पर कई टनों में कूड़ा पड़ा हुआ है जो सड़ रहा है। रोज मसूरी से एकत्रित किया हुआ कूड़ा वहा डाला जा रहा है। जिससे डपिंग स्टेशन और आसपास के क्षेत्र का पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ गंदगी और बदबू के कारण वहा से गुजरना भी मुश्किल है। कूड़ा डपिंग स्टेशन के सामने 20 मीटर की दूरी में आईडीएच बिल्डिंग है। जहां पर करीब 50 गरीब मजदूर परिवार निवास कर रहे हैं। बिल्डिंग के सामने पसरी गंदगी और बदबू से लोगो का हाल बेहाल है।
– हरिद्वार के मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट की ओर से पांच लाख रुपए का चेक आज उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को सौंपा गया।
– रुद्रपुर से कल रात 2 बजे पैदल चलकर अल्मोड़ा के हवालबाग निवासी मनोज कुमार, विनोद कुमार, मुकेश, अर्जुन और ममता भीमताल पहुंचे। हल्द्वानी से बहराइच के लिए 18 मजदूर पैदल ही निकले।
– हल्द्वानी तहसील पहुंचकर मजूदर तबके की महिलाओं ने गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा दी जा रही खाद्य सामग्री अभी तक नहीं मिल पाई है ऐसे में तो हम भूखे ही मर जाएंगे। कोरोना से पहले भुखमरी मार डालेगी। हल्द्वानी एसडीएम कोर्ट में परमिशन लेने पहुंचे लोगों की भीड़ लगी है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा दिए गए नंबरों पर कोई कॉल नहीं उठा रहा है।
– देहरादून के जिला कोरोनेशन और गांधी अस्पताल में मरीज न तो सोशल डिस्टेंस पालन कर रहे हैं न ही उनके तीमारदार। उन्हें रोकने की अस्पताल प्रबंधन भी कोई जहमत नहीं उठा रहा है। शुक्रवार को गांधी अस्पताल में कई वार्डों में एक बेड पर दो दो मरीज लेटे नजर आए। इसके अलावा वार्ड में एक बेड पर कहीं-कहीं तीमारदार बैठे नजर आए। वहीं कोरोनेशन अस्पताल की ओपीडी के बाहर बड़ी संख्या में लोग एक साथ बैठे थे। डॉक्टरों की ओपीडी के बाहर लंबी लाइनें सटाकर खड़े थे। हालांकि फ्लू ओपीडी में जरूर कुछ दूरी का फासला लेकर लोगों को खड़ा कराया गया था। इस पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर बीसी रमोला का कहना है कि सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाने की आवश्यक्ता है। साथ ही साथ स्टाफ नर्स, वार्ड आया, सफाई कर्मचारियों की कमी है। अचानक दून अस्पताल में काम बंद होने से ये दिक्कतें आ रही है। इसको दूर करने के लिए योजना बना रहे हैं। साथ ही साथ परिजनों को भी समझाना होगा।
मोहल्लों में सब्जी की ठेली भी दिखाई दीं
– उत्तराखंड सरकार ने दिल्ली में फंसे उत्तराखंड के लोगों की मदद के लिए पचास लाख रुपए जारी किए हैं। अपर स्थानीय आयुक्त को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली में फंसे लगभग तीन सौ उत्तराखंड निवासियों के भोजन, ठहरने और घर वापसी के इंतजाम करने के लिए कहा गया है। वहीं राज्य सकरार ने लॉकडाउन के दौरान एक और हेल्पलाइन नंबर 1070 जारी किया है।
– हल्द्वानी से बिना परमिशन के आए कार सवारों को पुलिस ने पकड़ा। डीडी चैक पर पुलिस ने इन कार सवारों को आज पकड़ा। इस दौरान सभी सवार पुलिस से हाथ जोड़कर माफी मांगने लगे। पुलिस छानबीन में जुट गई है।
– रुद्रपुर में एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने चेकिंग कर रहे पुलिस कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए, बोले बिना जांच के किसी भी वाहन को प्रवेश नहीं दिया जाए।
– हरिद्वार में राशन डीलरों की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी हुई है। कई दुकानों में तो सौ मीटर से अधिक लंबी लाइन लगी है। सामाजिक दूर बनाए रखने की कोशिश की जा रही है, लेकिन भीड़ के चलते इसका पालन नहीं हो पा रहा है।
– मसूरी के रिसोर्ट में काम करने वाली एक युवती की तबीयत खराब हुई। देर रात को युवती को उपचार के लिए लंढौर कम्युनिटी अस्पताल लाया गया। युवती में कोरोना के लक्षण दिखे हैं। युवती मूल रूप से नागालैंड की रहने वाली है। चिकित्सक ने युवती को देहरादून रेफर किया है।
– आम जनता की परेशानियों को समझते हुए मुख्यमंत्री ने आज सुबह सात से दोपहर एक बजे तक बाजार खोलने के आदेश दिए। साथ में आग्रह भी किया कि दोपहिया वाहनों से ही बाजार में खरीदारी करने जाएं। लेकिन लोग समझने को तैयार ही नहीं है । उल्टा पूरी ईमानदारी और मुस्तेदी से ड्यूटी कर रहे हमारे पुलिस के जवानों से भी उलझ रहे हैं।
– आज बारिश की वजह से दुकानों के बाहर लोगों की कम भीड़ दिखाई दी। वहीं मोहल्लों में सब्जी की ठेली भी दिखाई दीं।
– प्रदेश भर में 9200 सस्ते गल्ले की दुकानों पर 23 लाख परिवारों को सस्ता राशन के अलावा पैक्ड आटा, खाद्य तेल, नमक, चाय पत्ती, मसाला, साबुन, टूथपेस्ट, माचिस, मोमबत्ती, सैनिटाइजर, मास्क, ओआरएस, सेनेटरी नैपकिन समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं को बेचने की अनुमति दी गई है।
– आदेश में सस्ते गल्ले की दुकानों पर नियंत्रित मूल्य की वस्तुएं गेहूं, चावल, दाल, चीनी, खाद्य तेल, मिट्टी का तेल, साफ्ट कोक पर बेचने की व्यवस्था है। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण प्रदेश के सभी सस्ते गल्ले की दुकानों पर लोगों को आवश्यक जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
– उत्तराखंड में सस्ते गल्ले की दुकानों पर अब उपभोक्ताओं को गेहूं, चावल के अलावा अन्य सभी जरूरी सामान भी मिलेगा। सरकार ने राशन दुकानों पर साबुन, टूथपेस्ट, सरसों व रिफाइंड तेल, आयोडीन नमक, चाय पत्ती समेत ओआरएस, सेनेटरी नैपकिन बेचने की छूट दी है। शासन ने इस संबंध में बृहस्पतिवार को सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किए हैं।