कोरोना के बढ़ते मामलों और नए स्वरूप को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ानी शुरू कर दी है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में भी वार रूम तैयार कर लिया गया है। जिले में लगती दूसरे राज्य की सीमाओं पर एंटीजन, आरटीपीसीआर जांच, कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, डॉक्टरों, कर्मचारियों की उपलब्धता से लेकर अस्पतालों में बेड आदि के संसाधनों की समीक्षा की जा रही है। जहां से पूरे जिले के अस्पतालों और संबंधित स्टाफ को दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं।
पीएम की रैली के लिए भी आरटीपीसीआर जांच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर और साथ में रहने वाले नेताओं और सुरक्षाकिर्मियों की भी आरटीपीसीआर जांच की जाएगी। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें प्रधानमंत्री की रैली में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा बाहर से आने वाले सभी कोरोना संक्रमितों की जीनोम सिक्वेंसिंग भी की जाएगी। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज की लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू की जा चुकी है। इससे पहले सैंपल जांच के लिए नई दिल्ली भेजने पड़ते थे।