प्रदेश के अस्पतालों से हटाए गए कर्मचारियों के सीएम आवास कूच के दौरान घायल होने पर कई कर्मचारी कोरोनेशन एवं दून अस्पताल में भर्ती है। मंगलवार को उन्होंने दून अस्पताल के बाहर धरना शुरू कर दिया है। वह आज राज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं।
सोमवार को उन्हें पुलिस ने हाथीबड़कला में पासपोर्ट ऑफिस से पहले बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इस दौरान कर्मचारियों की पुलिस से तीखी झड़प एवं धक्कामुक्की हो गई। जिसमें कई कर्मचारियों को चोट लग गई और लहूलुहान हो गए। उन्हें अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया है। पुलिस पर बल प्रयोग किए जाने का भी आरोप है। बाद में पुलिस ने कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया, तीन गाड़ियों में भरकर उन्हें ले जाया गया।
दून अस्पताल में ऋषिकेश, हरिद्वार, उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली और दून अस्पताल से हटाए कर्मचारी एकत्र हुए। उन्होंने सीएम आवास कूच किया, नारेबाजी करते हुए वह पासपोर्ट कार्यालय के पास पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। जिस पर वह धरना देकर बैठ गए। सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह नहीं माने, उनका कहना था कि एक माह से उन्हें आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन उसे पूरा नहीं किया जा रहा है। 2200 से ज्यादा कर्मचारियों को घर पर बैठा दिया गया है, उनकी रोजी रोटी छीन ली गई है। अस्पतालों में मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है, लेकिन उनका समायोजन नहीं किया जा रहा है।