देहरादून। प्रदेश सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अभी तक की उपलब्धियों और आगामी विकास कार्यो पर मंथन करेंगे। कार्यक्रम का नाम भी मंथन रखा गया है। यह कार्यक्रम 13 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास में होगा। कार्यक्रम में सभी विभागों के साथ ही मंत्रियों व विधायकों से जिलेवार चर्चा की जाएगी। इस कार्यक्रम में प्रदेश के मंत्री अपने विभागों से संबंधित प्रस्तुतिकरण देंगे।
प्रदेश सरकार के तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने को है। ऐसे में मुख्यमंत्री इन तीन वर्षो में हुए विकास कार्यो के साथ ही आगामी योजनाओं के संबंध में मंत्रियों व विधायकों संग चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस मंथन से प्राप्त होने वाला अमृत राज्य के समेकित विकास की दिशा व दशा निर्धारित करने में मददगार साबित होगा।
उन्होंने कहा कि वैसे तो सरकार को जनप्रतिनिधियों के सुझाव प्राप्त होते रहते हैं और राज्य सरकार उस पर भी करती है। कार्यक्रम का मकसद एक ही स्थान पर विभागवार व जिलेवार सुझाव प्राप्त कर उन्हें संकलित करने और तत्काल राज्य हित में उपयोग करने का है।
कार्यक्रम में राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों के की विशिष्ट परिस्थितियों और आवश्यकता के अनुरूप विकास नीति तय की जाएंगी। कार्यक्रम में मुख्य सचिव सभी मंत्रियों एवं विधायकों द्वारा दिए गए सुझावों एवं योजनाओं का संकलन कर इन पर भावी कार्ययोजना बनाने के संबंध में प्रस्तुतिकरण देंगे। इन सुझावों के आधार पर विकास की भावी रणनीति तय की जाएगी।
दिल्ली में भाजपा को मौका देगी जनताः त्रिवेंद्र
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पांच साल के कार्यकाल को जनता ने देखा है। जनता से किए गए वादे पूरे नहीं हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णयों से जनता प्रभावित है और इस बार दिल्ली में वह भाजपा को मौका देगी।
दिल्ली से लौटने के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जिनके नाम पर राजनीति की, वे आज उनका साथ छोड़ चुके हैं। उनके साथ कोई नहीं है। मुख्यमंत्री ने शाहीनबाग में चल रहे आंदोलन को विपक्ष के षड़यंत्र का हिस्सा करार दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने इसका कभी समर्थन नहीं किया। इस आंदोलन को आप, कांग्रेस व वामदल समर्थन दे रहे हैं। क्या संसद के भीतर का फैसला अलोकतांत्रिक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के उस बयान पर भी सवाल उठाए जिसमें उन्होंने सीएए को अलोकतांत्रिक बताया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो फैसला सदन के भीतर लिया जाता है क्या वह अलोकतांत्रिक हो सकता है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत ब्लॉक प्रमुख से लेकर ससंद तक की राजनीति कर चुके हैं। उनके जैसा नेता यदि यह बात कहते हैं तो उनके मुंह से ऐसी बात शोभा नहीं देती।