चम्पावत : विधायक कैलाश गहतोड़ी के मुख्यमंत्री धामी के लिए अपनी सीट छोडऩे के बाद चम्पावत सीट पर उप चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। सीएम के विरुद्ध कांग्रेस का प्रत्याशी कौन होगा राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा भी शुरू हो गई है। चर्चा है कि कांग्रेस पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल को फिर से टिकट दे सकती है।
हालांकि हेमेश इस बार का विधान सभा चुनाव भाजपा के कैलाश गहतोड़ी से हार चुके हैं। लेकिन इस बार उनकी हार का अंतर पांच हजार से कुछ अधिक मतों का रहा। वर्ष 2017 में भी हेमेश खर्कवाल को कैलाश गहतोड़ी के आगे हार का मुंह देखना पड़ा था। गहतोड़ी ने उन्हें रिकार्ड 17,360 मतों से हराया था। हाल ही में सम्पन्न विधान सभा चुनाव में भी कैलाश गहतोड़ी ने कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल को 5,204 मतों के अंतर से हराया।
कैलाश गहतोड़ी को 32,547 तथा हेमेश खर्कवाल को 27,243 वोट मिले। हेमेश के अलावा लोग विमला सजवाण के नाम की भी चर्चा कर रहे हैं। विमला ने इस बार विधान सभा चुनाव में महिला कोटे से दावेदारी की थी लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल पाया। हो सकता है कि पार्टी विमला को उप चुनाव लड़ा दे। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में कुछ और नाम चर्चा में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस नहीं देगी वाकओवर
कांग्रेस को चम्पावत विधान सभा सीट पर लगातार दूसरी बार हार का मुंह देखना पड़ा है। ऐसे में संगठन की धार कुंद पडऩे के साथ कार्यकर्ताओं का उत्साह भी ठंडा पड़ चुका है। लेकिन कांग्रेस उप चुनाव में सीएम को वाकओवर नहीं देना चाहती। विधायक कैलाश गहतोड़ी के इस्तीफे के बाद जिला स्तर से लेकर प्रांतीय स्तर तक कांग्रेस ने सीएम को घेरने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
गुटबाजी से जूझ रही कांग्रेस
विधान सभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस पार्टी में जो गुटबाजी उभर कर सामने आई उससे संगठन और अधिक कमजोर हुआ है। ऐसे में मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस किसे अपना उम्मीदवार बनाती है यह भी दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष पूरन सिंह कठायत का कहना है कि कांग्रेस पूरी शिद्दत के साथ उपचुनाव लड़ेगी और जीतेगी भी। उन्होंने बताया कि सीएम के विरूद्ध किसे प्रत्याशी बनाया जाता है यह प्रांतीय नेतृत्व तय करेगा।