देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दीवालीखाल में घटित घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं। सीएम रावत ने कहा कि नंदप्रयाग-घाट मार्ग के चैड़ीकरण की घोषणा पहले ही की जा चुकी थी। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर लिखा, एक और विचारणीय बात ये है कि मैंने सल्ट दौरे के दौरान प्रदेश के विकासखंड मुख्यालय तक की सभी सड़कों को 1.5 लेन चैड़ीकरण किए जाने की घोषणा की थी।
उन्होंने आगे, लिखा इसे देखते हुए, मेरा अपने सभी से अनुरोध है कि आप पेशेवर आंदोलनजीवियों के बहकावे में ना आएं। आपकी सरकार प्रदेश के सभी क्षेत्रों और नागरिकों के विकास के लिए पूरी ईमानदारी से कार्य कर रही है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि निष्पक्ष जांच के बाद दोषियों को उचित दंड दिया जाएगा।
आपको बता दें कि चमोली जिले में 19 किलोमीटर लंबे नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चैड़ीकरण की मांग कर रहे ग्रामीणों की विधानसभा कूच के दौरान पुलिस के साथ तीखी झड़प हुई। विधानसभा तक जाने पर अड़े ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान कुछ देर पथराव भी हुआ। इससे एक वाहन के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार की, लेकिन जब स्थिति नहीं संभली तो लाठीचार्ज किया गया। इसमें एक महिला समेत तीन लोग चोटिल हो गए।