देहरादून राज्य की राजनीति में नये सीएम पुष्कर सिंह धामी को लेकर भले ही युवा होने से बडे नेता नाराज हो रहे हो। लेकिन पुष्कर सिंह धामी ने शपथ लेने के 24 घंटे के अंदर मुख्य सचिव हटाने से लेकर ब्यूरोक्रेसी में बडे फेरबदल का खाका तैयार कर लिया है। आपको बताते चलें कि पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत तीन माह के कार्यकाल में एक डीएम तक नही हटा पाए अंत में खुद ही हट गये। पुष्कर सरकार रिटायर्डों सलाहकारों के दम पर नही चलेगी।
राज्य की नौकरशाही में सबसे बडी और चौंकाने वाली खबर एस एस संधु जैसे सीनियर अनुभवी व ईमानदार अफसर की मुख्य सचिव पद पर तैनाती के रूप में सामने आई है। सूत्रों की मानें तो दो दिनों पहले यानि सीएम पुष्कर सिंह धामी के नाम के एलान के साथ ही केंद्र की सहमति के बाद संधु आने को तैयार हो गये थे। इसके बाद पुलिस महकमे के एक बडे अफसर भी हटाए जा सकते है।सचिवालय में सरकार राधिका झा व नीतेश झा को हल्का कर सकती है जूनियर होने के बावजूद इनके पास बडे व अहम ओहदे रहे है। सूत्र बताते हैं मौजूदा सरकार में गृह महकमे की स्थिति बेहद नाजुक रही है। कई ऐसे मामले सुर्खियो मे रहे जो पूरे देश में बेहद चर्चाओ मे रहे लेकिन सख्त एक्शन कर नजीर नही पेश की गई डीआईजी गढवाल के पद पर रहते हुए अजय रौतेला के सरकारी वाहन से डेढ करोड की लूट के मामले में आरोपी पुलिस कर्मी जेल गये लेकिन बर्खास्तगी की कार्रवाई पुलिस मुख्यालय स्तर से आगे नही बढ रही है।
इसके अलावा पुलिस मुख्यालय स्तर से जाने वाली फाइलों का गृह में ठंडा कर दिया जाना सुर्खियो में रहा है। सूत्र बताते है कि ग्रेड पे के मसले को गलत तरीके से हैंडल करने से भी सरकार नाराज है। ईमानदार व स्वच्छ छवि के प्रमुख सचिव आनंद वर्धन को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रो की मानें तो चार जिलों के डीएम व तीन जिलों के कप्तानों का हटना तय है। आबकारी महकमे में सुर्खियाँ बटोरने वाले एक अफसर भी सरकार के रडार पर है माना जा रहा है ये ईनाम के साथ रवाना किये जाय़ेंगें। बरहाल पुष्कर सिंह धामी ने सत्ता संभालते ही जिस प्रकार एक्शन शुरु किया है इससे अफसरशाही में हाशिये पर चल रहे ईमानदार अफसरों से लेकर जनता में एक अच्छा संदेश गया है।