देहरादून। सीबीएसई के 12वीं के छात्रों के मूल्यांकन के लिए फॉर्मूला तय कर दिया गया है। खास बात है कि दून रीजन से जो फॉर्मूला भेजा गया था, उसे ही पूरे देश में लागू किया गया है।
इस फॉर्मूला के अनुसार, 10वीं व 11वीं के 30-30 और 12वीं कक्षा के 40 प्रतिशत अंक लिए जाएंगे। वेटेज अंक भी दिए जाएंगे, जो इसी में शामिल हैं।
मूल्यांकन के लिए 10वीं कक्षा में जिन तीन विषयों में छात्र ने सबसे ज्यादा स्कोर किया होगा, उन्हीं को रिजल्ट तैयार करने के लिए चुना जाएगा।
सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक रणबीर सिंह ने कहा कि मूल्यांकन की स्कीम बहुत अच्छी है। इससे सभी छात्रों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि 12वीं के बाद छात्रों के लिए कई विकल्प खुलते हैं।
इसलिए 40 फीसदी अंक लेना अच्छा है। उन्होंने कहा कि दसवीं में दो प्रतिशत वेटेज था, उससे बच्चों को नुकसान हो रहा था। उसे बढ़ाकर पांच फीसदी करना भी छात्र हित में है।
बारहवीं परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कक्षा 12वीं परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई हुई। सीबीएसई की तरफ से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने बताया कि कक्षा 12वीं का परिणाम कक्षा 10वीं और 11वीं के 5 विषयों में से सबसे ज्यादा अंक पाने वाले 3 विषयों के अंकों के आधार पर तैयार किया जाएगा।
इसके साथ ही इसमें कक्षा 12वीं के यूनिट, टर्म और प्रैक्टिकल परीक्षाओं में प्राप्त अंकों को भी आधार बनाया जाएगा।
31 जुलाई तक आएगा परिणाम
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि सीबीएसई द्वारा 31 जुलाई तक कक्षा 12वीं का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।