देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र मामले में फिलहाल पुलिस कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के सहारे सुबूत इकट्ठा करने में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग लगातार आते-जाते दिख रहे हैं। पुलिस के अनुसार इन लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। इसके अलावा कुछ नंबर भी ऐसे हैं, जिनसे लगातार बात की जाती है। यह लोग कौन हैं, इस बात का पता लगाया जा रहा है। नशा मुक्ति केंद्र के संचालक के खिलाफ पीड़िताओं के बयान तो हैं ही। साथ ही मेडिकल रिपोर्ट और फोरेंसिक साक्ष्य भी जुटाने में पुलिस जुटी है। केस को मजबूत करने के लिए क्लेमेंटटाउन पुलिस सीसीटीवी और कॉल डिटेल आदि के सहारे अभी जांच आगे बढ़ाने में जुटी हुई है। पुलिस के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में यहां पर बहुत से लोगों का लगातार आना-जाना हो रहा है। बताया जा रहा है कि यहां पर लड़कियां नशा भी करती थीं। उन्हें यह नशा संचालक ही उपलब्ध कराता था। माना जा रहा है कि यहां समय-समय पर देर सवेर आने वाले लोगों में कुछ नशा तस्कर भी हो सकते हैं। इसके अलावा यहां पर डॉक्टर और काउंसलर कौन आता था? इसकी भी जांच की जा रही है। साथ ही कुछ नंबर भी आरोपी के मोबाइल में ऐसे मिले हैं, जिनसे सामान्य से अधिक बात की जाती थी। इनकी जांच भी की जा रही है।
पीड़िता की प्रेग्नेंसी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। बता दें कि पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि उसे दो माह से माहवारी नहीं हुई है। ऐसे में अंदेशा था कि कहीं पीड़िता गर्भवती न हो। मेडिकल के साथ उसकी प्रेग्नेंसी जांच भी कराई गई थी।