उत्तराखंड में डोईवाला क्षेत्र के एकमात्र स्वतंत्रता सेनानी 104 साल के साधू सिंह बिष्ट का रविवार को निधन हो गया। दिवंगत साधू सिंह नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में थे। क्षेत्र के लोग उनका बेहद सम्मान करते थे। उनके पुत्र ने बताया कि दिवंगत का अंतिम संस्कार आज हरिद्वार में किया जाएगा।
मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के हिंडोलाखाल के रहने वाले 1980 से डोईवाला के बारूवाला में निवास कर रहे थे। तबीयत बिगड़ने पर रविवार को उन्हें हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट लाया गया। यहां उनका निधन हो गया।
वह अपने पीछे दो बेटे विजेन्द्र बिष्ट और सुरेन्द्र बिष्ट के अलावा एक बेटी रामेश्वरी और भरापूरा परिवार छोड़ गए। उनके बड़े बेटे ने बताया कि देश की आजादी के लिए उनके पिता नेताजी सुभाषचंद बोस के विचारों से प्रेरित होकर आजाद हिंद फौज में शामिल हो गए थे। कई बार जेल जाने से लेकर अंग्रेजी हुकूमत की कई यातनाएं उन्होने झेली हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनके योगदान के लिए उन्हें ताम्रपत्र देकर सम्मानित भी किया था। उनके निधन पर पूर्व केंद्रीय शिक्षामंत्री और हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निंशक, विधायक बृजभूषण गैरोला, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व राज्यमंत्री करन बोरा, वरिष्ठ भाजपा नेता धीरेंद्र पंवार, नगर पालिका अध्यक्ष सुमित्रा मनवाल, राजन गोयल, सागर मनवाल ने शोक जताया है।