देहरादून। टोंस नदी में खाई में फंसे विवेक यादव और शिवम उपाध्याय खुश किस्मत रहे, जो मौत के मुंह से वापस आ गए। फोटोग्राफी और सेल्फी के फेर में चार छात्र पानी के भंवर में फंसे थे। सचिन पुंडीर की बदकिस्मती देखिए पुंडीर ने हिम्मत कर शिवम को तो बचा लिया, लेकिन खुद काल का ग्रास बन गया।
प्रत्यक्षदर्शी छात्रों के बयान में ये तथ्य सामने आए हैं। गुच्चूपानी में मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जित करने के बाद छात्रों का दस सदस्यीय दल नहाने को टोंस नदी में करीब चार किलोमीटर का सफर तय किया था। रास्ते भर घुटने तक पानी होने के कारण ये आगे बढ़ते चले गए।
चंद्रोटी पुल के नीचे पानी कुछ ज्यादा मिला तो अंशुमान शुक्ला, सचिन पुंडीर, विवेक यादव और शिवम उपाध्याय कपड़े उतारकर नहाने लगे। इस दौरान उनमें फोटोग्राफी और सेल्फी खींचने की होड़ मची थी। विवेक यादव खाई में उतरा था, लेकिन तैराक होने के कारण उसने खुद को बाहर निकाल लिया।
अंशुमान भी उसी गहरे पानी के पास खड़ा होकर सेल्फी लेने लगा, तभी उसका पैर फिसल गया। अंशुमान के साथ शिवम भी पानी में जा गिरा। सचिन पुंडीर ने हाथ पकड़कर शिवम को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन खुद उसमें जा गिरा। शिवम उपाध्याय ने बिलखते हुए बताया कि सचिन उसे बचाने के प्रयास में मौत के मुंह में गया है।
साथी शिवम उपाध्याय को बचाने के फेर में अपनी जान गंवाने वाले सचिन पुंडीर का छोटा भाई आयुष पुंडीर मौके पर ही था। भाई की मौत से आयुष का रोते-रोते बुरा हाल था। वो उस समय वहां से दूर थे, जब तक वो आए भाई मौत के मुंह में समा चुका था।