देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस कार्यालय पर कई नेता और कार्यकर्ताओं का मजमा गुरुवार सुबह से दिखने लगा क्योंकि प्रदेश कांग्रेस एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रही है। उत्तराखंड की राजधानी में कांग्रेस कार्यालय से लेकर ईडी दफ्तर तक कांग्रेसी नेता पैदल मार्च के लिए जुटे। प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष समेत पूर्व नेता प्रतिपक्ष समेत कई बड़े नेता लामबंद हुए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया पर ‘सोनिया गांधी ज़िंदाबाद’ लिखते हुए इस विरोध प्रदर्शन को संवैधानिक मूल्यों के लिए संघर्ष बताया है।
नेशनल हेराल्ड अखबार से संबंधित मनी लॉंड्रिंग के एक मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को तलब किया है। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी ईडी इस तरह की पूछताछ कर चुकी है। कांग्रेस नेता देश के कई राज्यों में केंद्र सरकार के इस कदम को गलत ठहराते हुए इसे जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करार दे रहे हैं। अब सोनिया गांधी के समर्थन और पूछताछ के कदम के विरोध में उत्तराखंड के कई नेता पैदल मार्च से विरोध जता रहे हैं।
आज पूरे देश भर में #कांग्रेसजन सड़कों पर उतर कर लोकतंत्र बचाओ के नारे के साथ लोकतंत्र और भारतीय 🇮🇳 गणतंत्र के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष करेंगे, आवाज उठाएंगे। भारत माता की जय के साथ कांग्रेसजन आज ऐसी ताकतों को जो.. 1/2 pic.twitter.com/6fidLFgG2r
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 21, 2022
सड़क से सोशल मीडिया तक जुटे कांग्रेस नेता
पैदल मार्च के लिए कांग्रेस कार्यालय में सुबह 11 बजे के आसपास नेताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के साथ ही मनीष खंडूरी जैसे प्रदेश के कई प्रमुख कांग्रेसी चेहरे इस मार्च में दिखाई दे रहे हैं। इधर, हरीश रावत ने अपने ट्विटर पर इसे लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों की लड़ाई बताया है।
गौरतलब है कि इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए उत्तराखंड शासन ने कांग्रेस दफ्तर से ईडी दफ्तर तक बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन में किसी भी तरह का उपद्रव होने की स्थिति में कांग्रेस नेताओं समेत कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया जा सकता है।