स्कूली छात्रों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए राज्य में डेटाल स्कूल हाइजीन कार्यक्रम शुरू हो गया। मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कैंट रोड स्थित मुख्य सेवक सदन में कार्यक्रम का उदघाटन किया। सीएम ने स्वच्छता को आचरण में आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कहा कि जब देश स्वच्छ रहेगा तभी देश तरक्की करेगा।
सीएम ने कहा कि छह साल तक की आयु में मस्तिष्क का अधिकतम विकास हो जाता है। इस अवधि में रोपे गए संस्कार जीवन भर प्रभावी रहते हैं। इसलिए बच्चों को शुरू से अच्छे संस्कार, आदतें सिखाई जानी चाहिएं। इनमें स्वच्छता भी एक है। कोविड महामारी एक उदाहरण है।
व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वच्छता सिस्टम की वजह से ही कोविड जैसी महामारी का मुकाबला किया जा सका। स्वच्छता को मनसा वाचा कर्मणा जीवन में उतारना होगा। सीएम ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर भी रोशनी डाली और कहा कि उत्तराखंड एनईपी को लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है।
रेकिट-साउथ एशिया के निदेशक रवि भटनागर ने हाईजीन कार्यक्रम की जानकारी दी। कहा कि प्रदेश के 13 जिलों के लाखों बच्चों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा। रेकिट साउथ एशिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गौरव जैन, प्लान इंडिया के कार्यकारी निदेशक मोहम्मद आसिफ ने कहा ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम में स्वच्छता का संदेश देने में योगदान कर रहे नन्हें छात्र बिंदिया, काव्य शर्मा, विराट, प्रियंका, निमरत कौर, अंकिता कांडपाल, नवजीत, सोनी और हैप्पी को भी सम्मानित किया गया। सीएम ने उन्हें चेक सौंपे। इस मौके पर शिक्षा सचिव रविनाथ रमन, महानिदेशक-शिक्षा बंशीधर तिवारी भी मौजूद रहे