राज्य में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है जिसको लेकर जहां निजी संस्थाओं और आम आदमी के लिए सरकार ने नियम और कानून बनाए हैं लेकिन यह कानून सरकारी संस्थानों पर लागू नहीं होते लगातार सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी अधिकारी कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी कार्यालयों को सनराइज कराने के बजाए बड़ी घटना का इंतजार किया जा रहा है बीते रोज स्वास्थ्य महानिदेशालय में चार कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आए लेकिन उसके घंटों बाद भी वहां पर ना कर्मचारियों के सैंपल कलेक्ट किए गए और ना ही वहां कोई सैनिटाइजेशन हुआ राजधानी देहरादून के स्टेट नर्सिंग कॉलेज के भी हालात कुछ इसी तरीके के दिखाई दिए जहां बीते रोज 50 छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई इसके बाद उन्हें अलग-अलग कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया जबकि वहां पढ़ने वाली तमाम छात्राएं व फैकल्टी अभी भी दहशत में काम करने को मजबूर हैं छात्राएं व फैकल्टी लगातार कॉलेज प्रशासन से छुट्टी घोषित किए जाने की मांग कर रही है लेकिन कॉलेज प्रशासन इसके बजाय वहां कॉलेज संचालित कर आ रहा है ऐसे में आला अधिकारियों को भी संज्ञान लेने की जरूरत है जिससे कि कोविड का कहर और लोगों तक ना पहुंचे।
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