देहरादून। स्वामित्व कार्ड के काम में तेजी लाने के लिए प्रदेश सरकार ने सर्वे ऑफ इंडिया से ड्रोन की संख्या बढ़ाने के लिए कहा है। अभी सिर्फ तीन ड्रोन से ही सर्वे का काम हो रहा है। सरकार ने कम से कम आठ ड्रोन सर्वे में लगाने के लिए कहा है।
स्वामित्व कार्ड को बनाने के काम में ड्रोन की महत्वपूर्ण भूमिका है। खुद प्रधानमंत्री ने रविवार को इस योजना में कार्ड वितरण करते हुए ड्रोन के कई फायदे गिनाए थे। पीएम ने बाकायदा लाभार्थी सुरेश चंद्र से यह भी पूछा था कि ड्रोन से सर्वे होने पर कोई आशंका तो नही है।
यही ड्रोन हैं जिनकी वजह से प्रदेश में स्वामित्व कार्ड का काम भी प्रभावित हो सकता है। इसका कारण यह भी है कि सर्वे में बहुत ही कम ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। सचिव राजस्व सुशील कुमार ने इसे स्वीकार किया। सचिव ने बताया कि सर्वे ऑफ इंडिया को ड्रोन की संख्या बढ़ाने को कहा गया है। हरिद्वार के लिए तुरंत ही एक ड्रोन बढ़ाने को कहा गया है।
पहाड़ में मुश्किल हो रहा है सर्वे करना, तीन ड्रोन हो चुके हैं क्रेश
पहाड़ में ड्रोन से सर्वे करना मुश्किल हो रहा है। कारण ये है कि पहाड़ में समतल मैदान नहीं है और ड्रोन को ऊपर-नीचे उड़ाना आसान नहीं है। सर्वे ऑफ इंडिया के तीन ड्रोन अभी तक क्रेश हो चुके हैं। यही वजह रही कि 11 अक्तूबर के कार्यक्रम के तहत 50 गांवों का चयन करते वक्त अल्मोड़ा की जगह ऐन वक्त पर हरिद्वार का चयन किया गया।
मैदान में एक दिन में पांच गांवों तक का सर्वे
राजस्व विभाग के मुताबिक मैदान में सर्वे करना आसान है। यहां एक दिन में पांच गांवों का सर्वे हो रहा है। पहाड़ में एक ही गांव का सर्वे करना खासा चुनौती पूर्ण साबित होता है।