ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज के 70 वें जन्म दिवस के अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी, योग गुरु बाबा रामदेव सहित प्रबुद्ध संतोंं ने उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उनके जीवन को सभी के लिए प्रेरणादायक बताया।
परमार्थ निकेतन घाट गंगा तट पर उनके जन्म दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन परिवार ने तीन से नौ जून तक एक विशेष सात दिवसीय सेवा सप्ताह का आयोजन किया है। शुक्रवार को दिन की शुरूआत यज्ञ और योग के साथ हुई। तत्पश्चात सभी विशिष्ट अतिथियों ने 75 वें अमृत महोत्सव के अवसर पर परमार्थ निकेतन गंगा तट पर पर्यावरण और नदियों को समर्पित मानस कथा में सहभाग किया।
मंच से स्वामी चिदानंद सरस्वती के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र का विशेष प्रसारण किया गया जो कि वैश्विक स्तर पर उनके कार्यों की विशाल श्रृंखला, निस्वार्थ सेवा और अथक प्रयासों को समर्पित है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा की जब भी प्रकृति और पौधारोपण की बात की जायेगी तो पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती को हमेशा याद किया जायेगा।
उन्होंने पर्यावरण गंगा और सभी पावन नदियों के संरक्षण की दिशा में जो कार्य किए हैं वह प्रेरणादायक हैं। स्वामी चिदानंद राष्ट्र, प्रकृति और पर्यावरण के लिये समर्पित जीवन जी रहे हैं। इस दौरान प्रबुद्ध संतों ने कहा कि जिसके जीवन में संत आ जाते हैं, उसके जीवन में सदा के लिये बंसत आ जाता है। स्वामी चिदानंद ने अपनी पर्यावरण के क्षेत्र मे विलक्षण योगदान दिया और सभी के जीवन में बंसत लाया है।
साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अपना पूरा जीवन मां गंगा, पर्यावरण और मानवता के लिये समर्पित किया है। योगगुरू स्वामी रामदेव महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी, पतंजलि योगपीठ के महासचिव आचार्य बालकृष्ण, कथा वाचक रमेश भाई ओझा, मुरलीधर महाराज, सूफी गायक पदमश्री कैलाश खेर, स्वामी ज्ञानानन्द, महामंडलेश्वर स्वामी गोविंद देव गिरी, स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, महामंडलेश्वर स्वामी हरि चेतनानंद, स्वामी गोविंद देव गिरी, प्रमुख जत्थेदार ज्ञानी गुरु वचन सिंह महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।