भाजपा विधायक हरबंस कपूर के नाम लगातार एक क्षेत्र से आठ बार विधायक रहने का अनूठा रिकॉर्ड है। उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, गुलाब सिंह और हरबंस कपूर आठ बार विधायक रहे हैं।
हरबंस कपूर केवल एक बार विधानसभा चुनाव हारे हैं, इस चुनाव में हीरा सिंह बिष्ट ने उन्हें शिकस्त दी थी। प्रदेश में भाजपा को स्थापित करने में उनका बेहद अहम योगदान रहा है।
सोमवार को हरबंस कपूर का निधन हो गया। वह अभी 75 साल के थे। निधन की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई बड़े नेता उनके आवास श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इंदिरा नगर स्थित आवास उनके अंतिम दर्शनों के लिए समर्थकों की भीड़ उमड़ी। हरबंस कपूर पूर्व में विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
वरिष्ठ विधायक और जनता से लगातार जुड़े रहने के कारण हरबंस कूपर काफी लोकप्रिय थे। वह यूपी सरकार के समय शहरी विकास मंत्री भी रहे। हरबंस कपूर के निधन के शोक में सोमवार को देहरादून जिले के सभी सरकारी कार्यालय बंद रहे।
2007 में दूसरे विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में बीजेपी की पहली निर्वाचित सरकार बनी तो हरबंस विधानसभा अध्यक्ष चुने गए,उन्हें 1985 में पहली बार विधानसभा चुनाव में हार मिली। इसके बाद से कपूर कभी विधानसभा चुनाव नहीं हारे।वह लगातार आठ बार विधायक रहे। वर्तमान में हरबंस कपूर देहरादून की कैट सीट से विधायक थे। हरबंस कपूर जितने सक्रिय थे, उतने ही सरल भी थे।
छह साल पहले मेदांता अस्पता में हरबंस कपूर की ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी। विधायक कपूर जीवन भर लैंब्रेटा स्कूटर पर ही सवार होकर हर जगह जाते थे। हरबंस कपूर के दो बेटे अतुल और अमित हैं। एक बेटी शीतल हैं, जो परिवार समेत विदेश रहती हैं।हरबंस कपूर की गिनती सबसे अधिक सक्रिय विधायकों में होती थी। कहा जाता है कि वह रोजाना किसी एक परिवार के यहां सुबह की चाय पीने जाते थे। इस तरह उनका लोगों से संपर्क हमेशा बना रहता था।