उन्होंने कहा कि यह उनके मूल अधिकार पर कुठाराघात है और इसके विरोध में वह 14 अगस्त को उपवास करेंगे। बता दें कि एक दिन पहले ट्विटर ने कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल का भी ट्विटर अकाउंट ब्लॉक कर दिया है।
तीन दिन बाद 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस आ रहा है। 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। लेकिन यहां हमारा अधिकार छीना जा रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी क्यों छीनी जा रही है? पत्रकार बंधुओं को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए क्योंकि वो हमारे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं।
इस बात को प्रमुखता से उठाएं, क्या लोकतंत्र में किसी पीड़ित से मिलना, उसकी आवाज बनना पाप है? ट्विटर इंडिया और भारत का संविधान लोकतंत्र में क्या इतना कमजोर हो गया है कि अभिव्यक्ति की आजादी और उसका अधिकार छीन लिया जा रहा है? क्या भाजपा, राहुल के ट्रेंड होते हुए ट्वीट से इतना डर गई। मैं 14 तारीख को उपवास के जरिये इस पीड़ा व दर्द को सामने लाऊंगा।
इसलिए हुआ अकाउंट ब्लॉक
– हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
इन पर कार्रवाई क्यों?
राहुल गांधी ने चार अगस्त को दिल्ली कैंट रेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की फोटो ट्वीट की थी। इस पर माइक्रोब्लॉगिंग साइट का कहना था कि यह उसके नियमों का उल्लंघन है। ट्विटर ने राहुल के उस ट्वीट को हटा दिया था। इसके बाद उनके अकाउंट को पहले अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया गया और बाद में उसे लॉक कर दिया गया।
कांग्रेस नेताओं को यह रास नहीं आया और उन्होंने राहुल का समर्थन करते हुए उसी आपत्तिजनक फोटो को ट्वीट किया। अब ऐसे सभी नेताओं पर कार्रवाई हो गई। कांग्रेस का आरोप है कि ट्विटर सरकार के दबाव में ऐसा कर रही है।