विश्व हिंदू परिषद के पूर्व प्रांत प्रचारक महेंद्र सिंह नेगी ने रविवार को कांग्रेस का दामन थामा। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले नेताओं आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समर्थन में जो जनसैलाब नजर आ रहा है, यह बागियों की करतूत के खिलाफ है।रायपुर के थानो गांव में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की मौजूदगी में महेंद्र सिंह नेगी अपने 70 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए। इससे गदगद हरीश रावत ने कहा कि बागी, दागी और भाजपा के रागी नेताओं को प्रदेश के मतदाता अब समझ चुके हैं। कहा कि यही बागी नेता कुछ समय गली मोहल्ले में कांग्रेस के विकास के बोर्ड लगाते थे, लेकिन पिछले साढ़े चार साल में डबल इंजन की सरकार ने कुछ नहीं किया।
यह बागी भाजपा में रहे तो सड़कें उखड़ गई हैं। पुल ध्वस्त हो रहे हैं। रास्ते क्षतिग्रस्त हैं। यह हाल न केवल रायपुर विधानसभा क्षेत्र का है, बल्कि पूरे प्रदेश की स्थिति लगभग एक जैसी है। हरीश रावत ने कहा कि पार्टी में शामिल होने वाले महेंद्र सिंह नेगी, राजकुमार जायसवाल और यूकेडी के पूर्व नेता शीशपाल सिंह बिष्ट को पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।
वर्ष 2022 में जनता के आशीर्वाद से कांग्रेस सत्ता में लौटने पर इन्हें सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाएंगी। इस मौके पर पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, प्रवक्ता गरिमा दसौनी, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा आदि मौजूद रहे। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि महेंद्र सिंह नेगी को काफी समय पहले पार्टी ने निष्कासित कर दिया गया था, वह वर्तमान में पार्टी व संगठन के किसी भी पद पर नहीं थे।कांग्रेस में शामिल हुए महेंद्र सिंह नेगी क्षेत्र में गुरुजी के नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने वर्ष 2017 का विस चुनाव निर्दलीय लड़ा। तब उन्हें करीब 27 सौ मत मिले थे।