हरीश रावत ने सरकार के तीन विधेयकों को किसानों के खिलाफ बताया साजिश, मौन व्रत पर बैठे

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देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने किसानों से संबंधित केंद्र सरकार के तीन विधेयकों को किसानों के खिलाफ साजिश करार दिया है। इसके खिलाफ वह आज शुक्रवार को गांधी पार्क के गेट पर मौन व्रत पर बैठे।

सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की परेशानी बढ़ाने के लिए तीन अध्यादेशों को विधेयकों के रूप में मंजूर कराना चाहती है। ये तीनों विधेयकों कृषि भूमि और मंडी कानून के रूप में किसानों को मिले संरक्षण के खिलाफ हैं। सरकारी सस्ता गल्ला प्रणाली के खिलाफ भी ये विधेयक एक साजिश हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका की तर्ज पर कांट्रेक्ट फार्मिंग के नाम पर किसानों की जमीन पर पूंजीपतियों का कब्जा हो जाएगा। इसे सहन नहीं किया जाएगा।

पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि पंजाब से उक्त विधेयकों के खिलाफ आवाज गूंजी है। अंग्रेजों के राज में चंपारण में किसानों ने जो झेला, उसे आगे झेलने को किसान तैयार नहीं है। विधेयकों के खिलाफ देहरादून में गांधी पार्क में आज सुबह 9.45 से 11.45 बजे तक मौन व्रत पर बैठे रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलकर अपनी बात पहुंचाएंगे।

किशोर ने पर्यावरण की अनदेखी पर जताई चिंता

प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व उत्तराखंड वनाधिकार कांग्रेस के प्रणेता किशोर उपाध्याय ने उत्तराखंड में सड़कों के निर्माण में पर्यावरण की अनदेखी पर चिंता जताई। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के साथ मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में मैदानी क्षेत्र के मानकों के तहत डिजाइन पर काम किया गया है। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग की चैड़ाई सुप्रीम कोर्ट की ओर से तय किए जाने का स्वागत किया

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