कांग्रेस अपने घोषित कुछ प्रत्याशियों में फेरबदल कर सकती है। प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद नेताओं व कार्यकर्त्ताओं में असंतोष थामने के लिए पार्टी रणनीतिकार इस मामले में पुनर्विचार करने पर जोर दे रहे हैं। माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की रामनगर सीट पर उम्मीदवारी पर भी विचार किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार ऋषिकेश, डोईवाला व कालाढूंगी सीट पर भी प्रत्याशियों को बदलने का दबाव है। पार्टी इस बारे में विचार कर सकती है। कांग्रेस हाईकमान ने सोमवार को जारी 11 उम्मीदवारों की लिस्ट को होल्ड कर दिया।
भाजपा और कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए बची हुई सीटों पर बुधवार को प्रत्याशियों की घोषणा करेंगे। भाजपा को 11 तो कांग्रेस को छह सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान करना है। ऐसे में सभी की नजरें इस पर टिकी हुई हैं।
विधानसभा की 70 सीटों में से भाजपा 59 तो कांग्रेस 64 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुके हैं। अब जबकि विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन को केवल दो दिन का ही वक्त रह गया है तो दोनों ही दल बची हुई सीटों पर प्रत्याशी चयन को माथापच्ची में जुटे हुए हैं। यद्यपि, अब दोनों ही दलों ने इस सिलसिले में कसरत लगभग पूरी कर ली है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी ने पांच दिन तक गहन मंथन के बाद बची हुई सभी 11 सीटों की गुत्थी सुलझा ली है। ये सीटें जिताऊ प्रत्याशी की तलाश, सशक्त प्रत्याशी का चयन, जातीय व सामाजिक समीकरण जैसे कारणों के चलते उलझी हुई थीं। प्रांतीय व केंद्रीय नेतृत्व के बीच कई दौर की वार्ता के बाद बची हुई सीटों पर प्रत्याशियों के संबंध में लगभग सहमति बनाई जा चुकी है। पार्टी ने अभी तक रणनीतिक तौर पर इन सीटों को रोका हुआ था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि पार्टी बची हुई सीटों पर बुधवार को प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर देगी।
उधर, कांग्रेस में भी छह सीटों को लेकर उलझी गुत्थी को सुलझाने के लिए पार्टी का प्रांतीय व केंद्रीय नेतृत्व लगातार सिर जोड़कर बैठा है। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार अब बची हुई सीटों पर प्रत्याशियों के चयन के संबंध में सहमति बन चुकी है। पार्टी भी गणतंत्र दिवस पर इन सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का एलान कर देगी।