देहरादून। त्रिशूल चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आए नौसेना के लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती के घर मातम पसरा हुआ है। उनका पार्थिव शरीर आज दून स्थित उनके पैतृक आवास पर लाया जाएगा। हरिद्वार में सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। अनंत का परिवार यहां नत्थनपुर स्थित गंगोत्री विहार में रहता है। इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। अनंत के भाई राजेंद्र कुकरेती (चाचा का बेटा) ने बताया कि परिवार को यह दुखद सूचना शनिवार रात मिली।
उन्होंने बताया कि अनंत के पिता जगदीश प्रसाद कुकरेती वन विभाग में रेंज अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हैं। मां मधु कुकरेती गृहणी हैं। जबकि अनंत के बड़े भाई अखिल कुकरेती व भाभी मिट्ठू एयरफोर्स में स्वार्डन लीडर हैं। उनका परिवार मूल रूप से गांव जौरासी पट्टी दुगड्डा ब्लाक पौड़ी के रहने वाला है। रविवार पूरा परिवार देहरादून पहुंचा। मां-पिता के साथ ही घर में मौजूद सभी लोग का रो-रोकर बुरा हाल है। स्वजन को सांत्वना देने वालों की भीड़ लगी रही।
शादी के लिए आए थे घर
अनंत की तीन माह पहले ही शादी हुई थी। लाकडाउन की वजह से शादी समारोह में कुछेक ही लोग आमंत्रित किए गए थे। राजेंद्र ने बताया कि तीन माह पहले 30 जून 2021 को अनंत की शादी हुई थी। अनंत आखिरी बाद अपनी शादी में ही घर आए थे। शादी के कुछ वक्त बाद ही वह ड्यूटी लिए पर रवाना हो गए थे।
बैंक में नौकरी करती हैं पत्नी
अनंत की पत्नी राधा मुंबई में स्टेट बैंक में नौकरी करती हैं। इस दुखद हादसे के बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है। नौसेना के दल के हिमस्खलन की चपेट में आने की सूचना पर उनके सास-ससुर मुम्बई चले गए थे। रविवार देर शाम वह लोग दून पहुंचे। मुंबई में अनंत के बड़े भाई अखिल का परिवार भी रहता है।
छोटे से ही प्रतिभावान थे अनंत
स्वजन बताते हैं कि अनंत छोटे से ही प्रतिभावान थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रिवरडेल व ब्राइटलैंड्स स्कूल से ग्रहण की। फिर उनका दाखिला सैन्य गुरुकुल कहे जाने वाले राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज (आरआइएमसी) में हो गया। इसके बाद उन्होंने एनडीए की परीक्षा पास की। नौसेना में रहते वह एवरेस्ट, कामेट पर्वत फतह कर चुके हैं। इस बार वह त्रिशूल चोटी फतह करने निकले थे, पर होनी को कुछ और ही मंजूर था।