देहरादून। अखिल भारतीय विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रिय संयुक्त महामंत्री व हिंदू महाविद्यालय रोहतक के पूर्व प्राचार्य डाॅ. सुरेंद्र जैन ने धर्म का महत्व बताते हुए कहा कि क्रूर राजनीति को धर्म ही सही रास्ते पर लाता है। धर्म का अर्थ व्यापक है, धर्म एक विशेष प्रकार का चिंतन और आचरण है।
यह बात उन्होंने रविवार को एमकेपी पीजी काॅलेज परिसर में विश्व संवाद केंद्र के बैनर तले आयोजित ‘हिमालय हुंकार’ पाक्षिक पत्रिका के धर्म और राजनीति विशेषांक के विमोचन कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता डाॅ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि राम मंदिर फैसले के बाद देश में यह बात फैलाई जा रही है कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाया जा रहा है। लेकिन इस बात को समझना होगा की हिंदू धर्म क्या है।
मनुष्य की पावन कल्याणकारी धारणा का नाम ही हिंदू धर्म है। गुरू नानक देव एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष गुरदेव सिंह वारने ने कहा कि राजा धर्म को भूल जाए तो उसे स्मरण कराना धर्म का कर्तव्य है। जहां राजनीति भटक जाए तो वंहा धर्म उसे ठीक करेगा। विश्व संवाद केंद्र के निदेशक व वरिष्ठ प्रचारक विजय कुमार ने कहा कि हिंदू जीवन पद्वति में धर्म का विशेष महत्व है। कहा कि संसार में जैसे पति-पत्नी, पिता-पुत्र, राजा-प्रजा को अपना-अपना धर्म निभाना होता है, उसी तरह धर्म राजनीति का भी अपना महत्व है। जिसके बारे में विशेषांक में विस्तार से जानकारी दी है। विमोचन कार्यक्रम में विश्व संवाद केंद्र के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मिततल ने भी विचार प्रकट किए।
इस मौके पर विश्व संवाद केंद्र के सचिव राजकुमार, कोषाध्यक्ष सुखराम जोशी, प्रांत सााजिक समरसता संयोजक व विशेषांक के संपादक राजेंद्र पंत, क्षेत्र कार्यवाह शशिकांत दीक्षित, प्रांत प्रचारक युद्ववीर, सह प्रांत व्यवस्था प्रमुख नीरज मिततल, सह प्रांत प्रमुख संजय, प्रज्ञा प्रवाह क्षेत्र संगठन मंत्री भगवती प्रसाद, हिमालय हुकार पाक्षिक पत्रिका के संपादक रणजीत सिंह ज्याला आदि मौजूद रहे।