देहरादून। कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज बढ़ने और उनके हॉटस्पॉट की पहचान के बाद सरकार अब कंटेनमेंट प्लान पर काम कर रही है। ताकि वायरस को उसी क्षेत्र तक सीमित किया जा सके। इसमें सबसे अहम हिस्सा ऐसे इलाकों को पूरी तरह अलग-थलग रखने का है। जिसके तहत दून में भगत सिंह कॉलोनी व कारगी ग्रांट में लॉकडाउन किया गया है। कंटेनमेंट प्लान में चिह्नित इन इलाकों के चारों ओर सात किमी का क्षेत्र बफर जोन है। इस बफर जोन में कोरोना के लक्षण वाले मरीजों पर खास ध्यान दिया जाएगा।
शहर में भगत सिंह कॉलोनी और कारगी ग्रांट में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद यहां लॉकडाउन किया गया है। यहां आम लोगों को वायरस से बचाने के लिए व्यापक और सघन प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा सर्विलांस भी बढ़ा दी गई है।
अलग-अलग स्तर पर टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में स्क्रीनिंग पर झोंका गया है। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कोरोना संक्रमित कोई भी व्यक्ति कैरियर बनकर परिवार या समाज के बीच न रह रहा हो। इस काम में ब्लॉक रिस्पांस टीम, आपदा प्रबंधन के स्तर से बनी क्विक रिस्पांस टीम, आइडीएसपी की संक्रामक रोग निरोधी टीम, आशा, एएनएम आदि शामिल हैं।
इतना ही नहीं इन इलाकों से सात किमी की परिधि में आने वाले क्षेत्र भी बफर जोन की श्रेणी में रखा गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि बफर क्षेत्र में संचालित सभी राजकीय व निजी चिकित्सालयों को खास एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि यदि निजी अस्पताल में कोरोना के लक्षण वाला कोई भी व्यक्ति उपचार के लिए आता है तो उन्हें तत्काल इसकी मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में स्थापित आइडीएसपी यूनिट को देनी होगी। इसका मकसद ये है कि कंटेनमेंट वाले इलाके से वायरस बाहर निकल भी जाए तो उसे बफर जोन में रोका जा सके।