देहरादून। संवाददाता। प्रदेश में 1 दिसम्बर 2019 से 2 माह का ऑपरेशन स्माइल व ऑपरेशन शिनाख्त अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में वर्ष 2000 से अभी तक तलाश हेतु शेष पंजीकृत गुमशुदा बच्चों के साथ-साथ गुमशुदा पुरूष एवं महिलाओं को भी तलाश किया जाएगा। इसके साथ ही गुमशुदाओं का मिलान लावारिश शवों से भी कराया जायेगा।
पुलिस महानिदेशक अपराध एंव कानून व्यवस्था अशोक कुमार द्वारा इस बात की जानकारी देते हुए बताया गया कि ऑपरेशन स्माइल व ऑपरेशन शिनाख्त अभियान के अन्तर्गत जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में 55 तलाशी टीम व शेष जनपदों में 22 तलाशी टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक तलाशी टीम में गुमशुदा बरामद बच्चों व महिलाओं से पूछताछ हेतु एक महिला पुलिसकर्मी को भी अनिवार्य रूप से नियुक्त किया गया है। टीमों की सहायता हेतु 11 विधिक एवं टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया है।
जनपद देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में 1 अपर पुलिस अधीक्षक व अन्य जनपदों में पुलिस उपाधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। मुख्यालय स्तर पर अभियान की नोडल अधिकारी ममता वोहरा अपर पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था हैं। बताया कि बरामद बच्चों के सम्बन्ध में यदि किसी अपराध का होना पाया जाये तो सम्बन्धित के विरूद्ध तत्काल अभियोग दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी। अभियान प्रारम्भ करने से पूर्व प्रत्येक जनपद में एक वर्कशाप का आयोजन किया जायेगा।
अभियान ऐसे समस्त सम्भावित स्थान जहां बच्चों के मिलने की सम्भावना अधिक है जैसे शेल्टर होम्स, ढाबो,ं कारखानों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन आदि में चलाया जायेगा। अभियान में अन्य सम्बन्धित विभागों का भी सहयोग लिया जायेगा। बताया कि ऑपरेशन स्माइल,् अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2015 से माह फरवरी 2018 तक उत्तराखण्ड सहित अन्य प्रदेशों के कुल 1561 गुमशुदा बच्चों को बरामद किया गया था। इसके साथ ही वर्ष 2018 में दिनांक 1.5.2018 से 20.7.2018 तक चलाये गये ऑपरेशन शिनाख्त अभियान में कुल 68 अज्ञात शवों की शिनाख्त की गयी और कुल 424 गुमशुदा लोगों को बरामद किया गया।