देहरादून। मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे उपनल कर्मचारियों पर सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है। गुरुवार को दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने 17 अप्रैल तक काम पर न लौटने वाले कर्मियों के स्थान पर नई भर्ती करने की चेतावनी जारी की। साथ ही कोरोना का हवाला देते हुए उन्होंने हड़ताली कर्मियों से काम पर लौटने की अपील भी की।
उपनल कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण दून समेत तमाम अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा गई हैं। कोरोना के मामले बढ़ने के बाद दून अस्पताल पर दबाव बढ़ा है, लेकिन कर्मियों की हड़ताल के कारण व्यवस्थाएं बनाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने कोरोना को देखते हुए कार्मिकों से दोबारा सेवा से जुड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि शनिवार 17 अप्रैल तक सेवा न देने वाले कार्मिकों की जगह दूसरे कर्मी उपलब्ध कराने के लिए उपनल को पत्र लिखा जाएगा।
वहीं, उपनल के प्रदेश महामंत्री हेमंत रावत ने कहा कि यह कर्मचारियों को धमकाने की कोशिश है। उपनलकर्मियों को बाहर न निकालने की बात सैनिक कल्याण मंत्री समेत तमाम स्तरों से हो चुकी है। अगर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ऐसा कुछ करता है तो कर्मचारी उग्र आंदोलन करेंगे। हम एमडी उपनल से भी इस संबंध में बातचीत करेंगे।