देहरादून। रानीपोखरी में जाखन नदी के ऊपर निर्माणाधीन पुल अगले छह माह में बनकर तैयार हो जाएगा। पुल के लिए शासन की ओर से तमाम स्वीकृतियों अलावा केंद्रीय सड़क निधि और राज्य योजना से करीब साढ़े 19 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। 18 माह में बनने वाले 280 मीटर लंबे पुल को छह माह के भीतर तैयार कर दिया जाएगा। सात जनवरी से पुल का निर्माण औपचारिक रूप से शुरू हो गया है।
बीते वर्ष 27 अगस्त को भारी बारिश के चलते उफान पर आई जाखन नदी के वेग से पुल ढह गया था। वर्ष 1964 में बना पुल 57 साल बाद दो अलग-अलग हिस्सों से टूट गया था। इसके बाद यहां कई दिनों तक यातायात बाधित रहा। शासन के सामने पुल को याथाशीघ्र बनाने की चुनौती थी।
राज्य योजना के तहत 342.56 लाख रुपये स्वीकृत किए गए
बजट स्वीकृत होने के बाद अब जाकर पुल निर्माण ने गति पकड़ी है। इसके लिए केंद्रीय सड़क निधि से 1618.55 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। जबकि पुल के दोनों तरफ बनने वाली एप्रोच रोड के लिए राज्य योजना के तहत 342.56 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके तहत रानीपोखरी की तरफ से 79 मीटर, जबकि देहरादून की तरफ से 166 मीटर एप्रोच रोड बनाई जानी है। इसकी कुल लंबाई 245 मीटर होगी। शासन की ओर पुल निर्माण का कार्य हिमालयन कंसट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया है। शासन के अधिकारियों की माने तो 280 मीटर लंबे पुल को बनने में करीब 18 माह का समय लगता है, लेकिन इस पुल के साथ छह माह में निर्माण कार्य पूरा करने की शर्त जोड़ी गई है। इस तरह से जुलाई 2022 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
बजट स्वीकृत होने के बाद अब जाकर पुल निर्माण ने गति पकड़ी है। इसके लिए केंद्रीय सड़क निधि से 1618.55 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। जबकि पुल के दोनों तरफ बनने वाली एप्रोच रोड के लिए राज्य योजना के तहत 342.56 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके तहत रानीपोखरी की तरफ से 79 मीटर, जबकि देहरादून की तरफ से 166 मीटर एप्रोच रोड बनाई जानी है। इसकी कुल लंबाई 245 मीटर होगी। शासन की ओर पुल निर्माण का कार्य हिमालयन कंसट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया है। शासन के अधिकारियों की माने तो 280 मीटर लंबे पुल को बनने में करीब 18 माह का समय लगता है, लेकिन इस पुल के साथ छह माह में निर्माण कार्य पूरा करने की शर्त जोड़ी गई है। इस तरह से जुलाई 2022 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
फोर लेन नहीं टू लेन का बन रहा पुल