देहरादून। संवाददाता। सूबे के सभी सरकारी स्कूलों में कार्यरत भोजन माताआंे को हटाए जाने के निर्णय को सरकार ने रद्द कर दिया है। सरकार का कहना है कि सभी को रोजगार दिया जाएगा। मिड डे मिल के तहत भोजन माताओं को हटाये जाने का निर्णय सुन भोजन माताओं को चलाने वाली संस्था के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश गुप्ता ने इस संबंध में सरकार से अपना पक्ष रखते हुए कहा कि भोजन माताओं को मौसम के हिसाब से वर्दी दी जानी चाहिए।
जिससें कड़कड़ाती ठंड में वो सुरक्षित रह सकें। साथ ही जिन भोजन माताओं के पाल्य यानी बच्चा नवजात हो उनको नौकरी से न निकाला जाए। उन्हांेने बताया कि वर्तमान में कुल 32 हजार भोजन माताए प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रही है। वहीं सरकार ने सभी भोजन माताओं को नौकरी दिए जाने की बात को स्वीकार किया है।