देहरादून। रोडवेज में एक यूनियन मानती है तो दूसरी आंदोलन को तैयार रहती है। बुधवार को पहले कर्मचारी यूनियन ने पांच घंटे डीलक्स डिपो में काम ठप रखा तो अब इम्प्लाइज यूनियन के तेवर बिगड़ गए। इम्प्लाइज यूनियन ने 21 जनवरी को डीलक्स डिपो में हड़ताल की चेतावनी दी है।
उत्तराखंड रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के डीलक्स डिपो के शाखा मंत्री सुनील कुमार की ओर से गुरुवार को एजीएम को कार्य बहिष्कार का नोटिस दिया गया। यूनियन ने आईएसबीटी के बाहर से अवैध संचालन पर रोक लगाने और दो माह का लंबित वेतन जारी करने की मांग की है। इसके साथ ही सभी परिचालकों से निर्धारित किमी पूरे कराने और सभी कर्मचारियों से पद के अनुसार काम लेने की मांग की है। इसे लेकर यूनियन की एक बैठक गुरुवार को आईएसबीटी पर हुई। जिसमें यूनियन के प्रदेश महामंत्री रविनंदन कुमार ने आंदोलन की चेतावनी दी।
महासंघ ने भी दी चेतावनी
परिवहन निगम में तीन माह से कर्मचारियों का वेतन न मिलने के कारण एवं सेवानिवृत्त कर्मियों को भुगतान न होने के कारण निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ ने भी रोष जताया है। आरोप है कि निगम के प्रति शासन का सौतेला व्यवहार लगातार किया जारी है। महासंघ के अध्यक्ष दिनेश गुसाईं ने कहा कि शीघ्र रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद एवं परिवहन निगम के कर्मचारियों के संदर्भ में मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी।
मुख्यमंत्री के समक्ष समस्या रखी जायेगी की परिवहन निगम में कर्मचारी लंबे समय से आंदोलनरत हैं जिससे सरकार और निगम की छवि धूमिल हो रही है। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने शासनादेश के अनुरूप पर्वतीय मार्ग के घाटे का 74 करोड़ रुपए का एकमुश्त भुगतान करने का मांग पत्र दिया है। मृतक आश्रितों को नियुक्ति देने और 1500 के स्थान पर 2000 बसें करने की मांग की है। टैक्स एवं डीजल के रेट में पांच साल तक छूट देने की मांग की है।