देहरादून।संवाददाता। एक एबीवीपी कार्यकर्ता के नाते डीएवी पीजी कालेज में कदम रखने वाले प्रशांत खरोला सहकारी समिति में संचालक (निदेशक) नियुक्त हुए हैं। सरकार ने जिम्मेंदारी उनकी कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए दी है। बता दे कि प्रशांत खरोला पिछले एक दशक में एबीवीपी से जुड़े पहले ऐसे कार्यकर्ता हैं जिन्हें सरकार ने जिम्मेंदारी सौंपी है।
उत्तराखण्ड रिपोर्ट के संवाददाता से खास बातचीत में खरोला ने बताया कि उनकी नींव एबीवीपी से जुड़ी है। उन्होंने करीब 12 साल पहले डीएवी पीजी कालेज में एक एबीवीपी कार्यकर्ता के तौर पर कदम रखा था। उसके बाद कभी पिछे मुड़कर नहीं देखा। हालांकि इस दौरान कई तरह के उतार-चढ़ाव जीवन में आते रहे, मगर उनकी ऊंची सोच और विचार क्षमता ने उन्हें हमेशा उठाये रखा।
बतौर एक सेवक की भांति कार्य करने में उन्हें कभी गुरेज नहीं रहा। चाहे फिर शहर की दिवारों पर पोस्टर लगाने हो, या पार्टी के बैनर उचाईयों में टांगने हो। वो हमेसा धरातल पर रहकर कार्य करना पसंद करते हैं।
वर्तमान में खरोला भाजपा की मुख्यधारा बालावाला इकाई में सेवारत हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र का जीवन काफी कठिन होता है। जिसकों लेकर उनके मन में एक टीस सी रहती है। ग्रामीण क्षेत्रों में समाजहित के काम उनके द्वारा पूर्व से किए जा रहे हैं। जो बदस्तूर जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि वो संगठन के एक सिपाही हैं, इसी रूप में वो आगे भी सेवाभाव का काम करते रहेंगे। उन्होंने जिम्मेंदारी दिए जाने पर संगठन का आभार जताया है।