देहरादून। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर जैसे जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं बुधवार सुबह से देहरादून में बादल छाए हुए हैं। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी की भी सूचना है। वहीं यमुनोत्री धाम का पैदल भैरव मंदिर पास जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। दूसरे दिन भी मार्ग खोलने के प्रयास शुरू नहीं हुए हैं।वहीं गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे पर यातायात सुचारू है। वहीं बदरीनाथ हाईवे तोताघाटी, भनेरपानी और पागलनाला में अवरुद्ध पड़ा हुआ है। बिरही-निजमुला सड़क दूसरे दिन भी फिलहाल बंद है।
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। जहां तक राजधानी दून का सवाल है तो राजधानी में काले घने बादल छाए रह सकते हैं और हल्की से मध्यम बारिश की भी संभावना है।
सावतें दिन बाद भी नहीं खुल पाया बदरीनाथ हाईवे
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे तोताघाटी के पास सावतें दिन भी नहीं खुल पाया। इसके अलावा तपोवन से देवप्रयाग के बीच जगह-जगह राजमार्ग पर मलबा गिरा हुआ है। बारिश होने पर बदरीनाथ हाईवे कुछ दिन से लगातार बंद हो रहा है। 26 अगस्त की रात और 27 अगस्त की सुबह तपोवन से देवप्रयाग के बीच लगभग 60 किलोमीटर के क्षेत्र में 18 से अधिक स्थानों पर मलबा आ गिरा।
तोताघाटी से करीब एक किमी आगे ऋषिकेश की ओर चट्टान टूटने के साथ इसी के समीप पुश्ता ध्वस्त हो गया। इससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। जिला प्रशासन टिहरी ने भी खतरे को देखते हुए 27 अगस्त को आदेश जारी करते हुए अग्रिम आदेश तक राजमार्ग पर यातायात प्रतिबंधित कर दिया था।
पीडब्लूडी तोताघाटी के पास बोल्डर व मलबा हटाने का काम कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है। पीडब्लूडी के सहायक अभियंता बीएन द्विवेदी ने बताया कि सड़क से काफी मलबा हटा लिया गया था, लेकिन रविवार और फिर मंगलवार रात दोबारा मलबा आ गिरा। इस कारण सड़क खुलने में समय लग रहा है।