देहरादून। संवाददाता। उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू तीन अक्टूबर को हरिद्वार जिले के कुंजा बहादुरपुर गांव में शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। बता दे कि उपराष्ट्रपति बनने का बाद उनका ये पहला उत्तरखण्ड दौरा है।
हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल की अगुआई में क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उनसे तीन अक्टूबर को कुंजाबहादुर गांव में शहीद दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का आग्रह किया गया। इसे उपराष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया।
इस मौके पर सांसद निशंक ने उपराष्ट्रपति को अपनी पुस्तकें भी भेंट की। साथ ही कहा कि उपराष्ट्रपति के कुंजा बहादुरपुर गांव के दौरे से यह गांव विश्व मानचित्र पर आएगा। प्रतिनिधिमंडल में जिला पंचायत सदस्य अमन त्यागी, पूर्व प्रधान धर्मपाल चैधरी, रामकुमार चैधरी, प्रमोद चैधरी आदि थे।
गौरतलब है कि 1857 की क्रांति से पहले ही 1822 कुंजा बहादुरपुर गांव में अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति का बिगुल फूंक दिया गया था। 3 अक्टूबर 1824 को गांव में राजा विजय सिंह समेत 153 ग्रामीणों को फांसी दी गई थी। शहीदों की याद में ग्रामीण प्रतिवर्ष तीन अक्टूबर को कुंजा बहादुरपुर गांव में शहीद दिवस मनाया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। वर्ष 1989 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी ने कुंजा बहादुरपुर गांव में शहीद स्थल का शिलान्यास किया था।