ऋषिकेश। पॉलिसी अपडेट करने के नाम पर एक गिरोह पिछले पांच वर्षों से रानीपोखरी क्षेत्र के एक वरिष्ठ नागरिक को ठग रहा था। गिरोह लगभग पंद्रह लाख ठग चुका था। एहसास होने पर वरिष्ठ नागरिक ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के एक सदस्य को अल्मोड़ा से धर दबोचा। पुलिस ने ठगी के मास्टरमाइंड को चिह्नित कर लिया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
थाना रानीपोखरी के थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने बताया कि थानातंर्गत डांडी गांव के अनिल सिंधवाल ने कुछ बैंक में पॉलिसी कराई थी। कुछ उनके पास बीमा की भी पालिसी भी थी।
वर्ष 2014 से एक व्यक्ति स्वयं को बैंक अधिकारी बताकर वरिष्ठ नागरिक के साथ पॉलिसी अपडेट के नाम पर ठगी कर रहा था। वरिष्ठ नागरिक व्यक्ति के बताए गए खाता नंबरों में अलग- अलग समय पर अब तक करीब 15 लाख रुपये जमा करा चुके थे। नवंबर में वरिष्ठ नागरिक ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इस मामले की विवेचना उप निरीक्षक दीपक रावत को सौंपी गई थी। पता चला कि संबंधित गिरोह नोएडा और दिल्ली एनसीआर में सक्रिय है। इनका पता लगाने के लिए पुलिस की एक टीम दिल्ली और नोएडा भेजी गई। कई कॉल सेंटर में जांच की गई । इस काम में एसओजी देहरादून का भी सहयोग लिया गया।
टीम ने इस घटना में प्रयोग होने वाले बैंक खाता धारकों का नाम और पता जान लिया। जो तीन खाते प्रकाश में आए। उन्हें फ्रीज करा दिया गया। खाताधारक महेश लाल पुत्र विजय लाल निवासी सेक्टर 51, होशियारपुर, नोएडा, जिला गौतम बुद्ध नगर उत्तर प्रदेश के घर पर दबिश दी गई। वहां से जानकारी मिली की महेश लाल मूल रूप से फट गली पोस्ट बमराडी जिला बागेश्वर उत्तराखंड का रहने वाला है।
महेश लाल गाजियाबाद के काला पत्थर क्षेत्र में एक नामी सिक्योरिटी कंपनी में कार्यरत है। सिक्योरिटी कंपनी में जाकर मामले से जुड़े मूल दस्तावेज कब्जे में लिए गए। महेश लाल के बारे में पता चला कि वह अपने किसी रिश्तेदार की यहां शादी में पत्नी के साथ अल्मोड़ा गया हुआ है।
पुलिस टीम ने आरोपित महेश लाल को अल्मोड़ा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के लिए शीघ्र ही एक टीम नोएडा दिल्ली एनसीआर भेजी जाएगी।