ऋषिकेश। अंकपत्र और आधार कार्ड में जन्मतिथि बदलवाकर नाबालिग से कोर्ट मैरिज कर उसे भगा ले जाने के आरोपित को पुलिस ने धर दबोचा है। साथ ही नाबालिग को भी बरामद कर लिया है।
दरअसल, ऋषिकेश निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि दयानंद मार्ग चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश निवासी इंद्रजीत राजभर पुत्र स्वर्गीय हरिप्रसाद राजभर उसकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर भगा ले गया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर नाबालिग की बरामदगी के लिए टीम गठित की।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह ने बताया कि पुलिस टीम ने इस मामले में नाबालिग और आरोपित के 23 दोस्तों से भी अलग-अलग पूछताछ की। इसके साथ ही चंद्रेश्वर नगर, चंद्रभागा, मायाकुंड आदि क्षेत्र में प्रतिष्ठानों पर लगे 17 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 31 दिसंबर की रात्रि पुलिस टीम ने तहसील चैक के पास से गुमशुदा नाबालिग को सकुशल बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि फेसबुक पर उन दोनों के बीच दोस्ती हुई थी। नाबालिग होने के कारण वकील ने उनकी शादी ना होने की बात कही।
जिसके बाद इंद्रजीत राजभर ने 14 बीघा में कैफे चलाने वाले अपने दोस्त विनय उर्फ वंदेमातरम से किशोरी के अंकपत्र और आधार कार्ड में एडिटिंग करके उम्र बढ़ा दी। इन कागजों को कोर्ट में दिखाकर दोनों ने शादी कर ली। आरोपित के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाने और कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी से शादी करने की धाराएं मुकदमे में बढ़ाई गई हैं।
कूटरचना करने वाले पर भी होगी कार्रवाई
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह ने बताया कि आरोपित इंद्रजीत राजभर ने अपने जिस दोस्त के माध्यम से नाबालिग के दस्तावेजों में कूटरचना कराई थी, उसके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करने जा रही है। युवक का दोस्त विनय उर्फ वंदेमातरम निवासी 14 बीघा, ढालवाला में एक हार्डवेयर की दुकान पर काम करता था। दुकान मालिक से जानकारी प्राप्त हुई कि वह निजी कार्य से राजस्थान गया है। वापस आने पर तत्काल कोतवाली ऋषिकेश को रिपोर्ट करेगा। उन्होंने बताया कि कूटरचना करने वाले आरोपित के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।