विभाग की गलती का खामियाजा भुगत रहा आमजन

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देहरादून। जिला खाद्य और पूर्ति विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण कई परिवार राशन कार्ड की पहचान से वंचित हो रहे हैं। दरअसल, पहले विभाग ने आधार लिंक न होने का हवाला देकर इन परिवारों के राशन कार्डनिरस्त कर दिए और फिर बाद में गलती भी स्वीकार की। लेकिन समय बीतने के साथ विभागीय अधिकारी अपनी गलती सुधारना ही भूल गए। इन परिवारों के लोग रोजाना डीएसओ कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन इनका सुधलेवा कोई नहीं है।

मामला धामावाला क्षेत्र का है, जहां 25 सफेद राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए। धामावाला निवासी रीना देवी, बाबू ने आरोप लगाया कि विभाग ने उनके राशन कार्ड बिना कारण निरस्त कर दिए हैं। उन्होंने दो बार आधार लिंक के कागज भी जमा कराए थे। कहा कि राशन कार्ड निरस्त होने की वजह से वे आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड नहीं बना पा रहे हैं। कोई उनकी सुनने को तैयार नहीं है।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं कि आधार लिंक नहीं होने की वजह से पात्र व्यक्ति को किसी भी सरकारी योजना से वंचित नहीं रखा जा सकता। ऐसे में डीएसओ कार्यालय का यह कदम न सिर्फ आमजन का उत्पीड़न जैसा है, बल्कि कोर्ट के फैसले का भी उल्लंघन है। तीन माह से खाद्यान्न भी नहीं पीड़ित परिवारों ने बताया कि उन्हें तीन माह से सरकारी खाद्यान्न तक नहीं मिल रहा है। इससे उन्हें बाजार से महंगे दामों पर खाद्यान्न खरीदना पड़ रहा है और उनके ऊपर अनावश्यक आर्थिक दबाव पड़ रहा है।

जिलापूर्ति अधिकारी विपिन कुमार का कहना है कि इन परिवारों के राशन कार्ड त्रुटिवश निरस्त हुए हैं, यह जल्द स्वीकृत किए जाएंगे।

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