देहरादून। संवाददाता। उत्तराखण्ड पेयजल निगम कर्मचारी महासंघ द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विगत तीन माह से वेतन व पेंशन की धन राशि का भुगतान न करने के विरोध में आज दूसरे दिन भी अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार कर प्रधान कार्यालय के प्रांगण में धरना दिया गया।
इस दौरान सभा की अध्यक्षता आर.के. रोनिवाल व मंच का संचालन विजय खाली द्वारा किया गया। महासंघ द्वारा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि पूर्व में वेतन हेतू सेन्टर के अन्तर की धनराशि जब तक जारी नहीं की जाती व कर्मचारियों को तीन माह का वेतन एक साथ निर्गत नही किया जाता तब तक पूरे प्रदेश मं कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
वेतन की निरन्तर बनी आ रही समस्या के समाधान हेतू महासंघ द्वारा पेयजल निगम को शीघ्र राजकीय विभाग घोषित किये जाने पर जोर दिया गया। उन्होने बताया कि शासन के संज्ञान में भी यह बात दोहराई गयी थी व अवगत कराया गया था कि पेयजल निगम का राजकीयकरण का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाये। किन्तु खेद है कि यह प्रस्ताव अभी तक कैबिनेट में नहीं लाया गया। उन्होने शासन से मांग की है कि शीघ्र पेयजल निगम को राजकीय विभाग घोषित किया जाये ताकि वेतन सम्बन्धी समस्याओं का निदान हो सके।