टिहरी। संवाददाता। गुलदार (तेंदुआ) और कुत्ता एक साथ। सुनकर यकीन नहीं होता, लेकिन यकीन मानिए टिहरी जिले के लामकोट गांव में ऐसा ही हुआ। गुलदार से जान बचाने के लिए कुत्ता एक बाथरूम में जा घुसा तो गुलदार भी वहां आ गया। इस बीच बाथरूम का दरवाजा बंद हो गया। गृह स्वामी ने दरवाजे की कुंडी लगा दी। पांच घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार को इसमें कैद किया। हैरत यह कि कुत्ता सुरक्षित था।
घटना शुक्रवार रात करीब आठ बजे की है। जिला मुख्यालय नई टिहरी के पास लामकोट गांव में गजेंद्र सिंह का घर है। रेंज अधिकारी आशीष डिमरी ने बताया कि पास के जंगल से एक गुलदार कुत्ते का पीछा करते हुए गांव में घुस गया। जान बचाने के लिए कुत्ता गजेंद्र के घर के बाहर बने बाथरूम में जा घुसा। पीछा करते हुए गुलदार भी बाथरूम में आ गया। इस बीच बाथरूम का दरवाजा बंद हो गया।
गजेंद्र ने फौरन बाहर से दरवाजे की कुंडी बंद कर दी और वन विभाग को सूचित किया। इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इस बीच वहां ग्रामीणों की भी भीड़ लग गई। टीम ने पिंजरा मंगाया। इस पूरी कवायद में आधी रात बीत गई। पिंजरे को बाथरूम के दरवाजे के बाहर रखने के बाद दरवाजा खोला गया तो गुलदार इसमें कैद हो गया। रेंजर ने बताया कि कुत्ता भी सही सलामत था। यह देख ग्रामीण हैरान रह गए। रात करीब एक बजे गुलदार के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
टिहरी के प्रभागीय वनाधिकारी कोको रोसे ने बताया कि गुलदार नर था और इसकी उम्र दस वर्ष के आसपास थी। उन्होंने बताया कि गुलदार को जंगल में छोड़ दिया गया है। कोको रोसे के अनुसार बाथरूम में बंद होने के कारण गुलदार घबरा गया होगा और उसने कुत्ते को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।