देहरादून। सत्र लेट होने के कारण प्रतिवर्ष इंजीनियरिंग के हजारों छात्र प्रदेश से बाहर दाखिला लेने से अब वंचित नहीं रहेंगे। उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) ने 14 साल बाद विवि का अकादमिक कैलेंडर के अनुरूप सत्र नियमित कर दिया है। 21 जनवरी (सोमवार) से विवि का नया सत्र शुरू हो गया है। इसी दिन से विषम सेमेस्टर परीक्षा परिणाम भी आने शुरू हो जाएंगे।
यूटीयू से प्रदेश के 98 इंजीनियरिंग संस्थान संबद्ध हैं। इन संस्थानों में करीब 35 हजार छात्र बीटेक, एमटेक, होटल मैनेजमेंट, कम्प्यूटर एप्लीकेशन, फार्मेसी आदि पाठ्यक्रमों में दाखिला लेते हैं, लेकिन हर वर्ष सेमेस्टर परीक्षा परिणाम लेट होने से अंतिम वर्ष के छात्र देश के अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले से वंचित हो जाते थे। इस बार विवि ने सत्र 2018-19 को नियमित रूप से संचालित करना सुनिश्चित किया है। जिसके तहत बीटेक की काउंसिलिंग निर्धारित समय पर की गई।
फिर बीते 18 दिसंबर से तकनीकी व 24 दिसंबर से व्यवसायिक सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू की गईं। इसके बाद 25 दिसंबर से विवि ने परीक्षा मूल्यांकन शुरू कर दिया। सात जनवरी से बैक पेपर प्रारंभ हुए जो 17 जनवरी तक चले। विवि ने 21 जनवरी से नया सत्र आरंभ कर दिया है।
विवि की कुलसचिव डॉ. अनीता रावत ने बताया कि यूटीयू ने पहली बार सत्र नियमित करने में सफलता पाई है। इससे उन छात्रों को लाभ मिलेगा, जो यूटीयू से पासआउट होकर अन्य संस्थानों में दाखिला लेना चाहते हैं। सत्र नियमित होने से विवि से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों में नए सत्र में दाखिले की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है।