देहरादून। संवाददाता। पुलिस लाईन व ए.टी.सी. हरिद्वार में प्रशिक्षणार्थ उत्तर प्रदेश पुलिस के रिक्रूट आरक्षियों की दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षांत परेड समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र अजय रौतेला द्वारा परेड की सलामी ली गयी तत्पश्चात परेड का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के पश्चात दीक्षांत परेड बैन्ड की धुन पर मार्च पास करते हुए मंच से गुजरी उसके पश्चात पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र द्वारा सभी रिक्रूट आरक्षियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाकर पुलिस की मुख्य धारा मे सम्मिलित किया गया।
आज आयोजित की गयी दीक्षान्त परेड में 187 रिक्रूट कास्टेबल, जिनमें से 128 रिक्रूट कास्टेबल जनपद देहरादून से तथा 59 रिक्रूट कास्टेबल ए.टी.सी हरिद्वार से सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के दौरान पुलिस उप महानिरीक्षक ए.टी.सी. तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा ए.टी.सी हरिद्वार तथा जनपद देहरादून में चले रिक्रूट आऱक्षीयो के 6 माह के गहन प्रशिक्षण की प्रशासनिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
उक्त कार्यक्रम के दौरान अपने सम्बोधन में पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र द्वारा सभी रिक्रूट आरिक्षियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी तथा आशा व्यक्त की कि वे सभी पुलिस की मुख्य धारा में जुडकर अपने कार्यों का निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ निर्वहन करेंगें तथा भविष्य में ड्यूटी के दौरान आने वाली चुनौतियो के लिये अपने आपको मानसिक व शारीरिक रुप से सक्षम बनाते हुये समाज के मध्य पुलिस की छवि और बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगे। प्रशिक्षण के दौरान अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले रिक्रूट आरक्षियों को पुलिस महानिरीक्षक द्वारा पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया।
पुरूस्कृत किये गये रिक्रूट आरक्षियों में जनपद देहरादून से प्रथम परेड कमाण्डर रिक्रूट आरक्षी उपेन्द्र शर्मा, सर्वांग सर्वोत्तम रिक्रूट आरक्षी सुमित तिवारी, तृतीय परेड कमाण्डर रिक्रूट आरक्षी देवी सिंह तथा ए.टी.सी. हरिद्वार से द्वितीय परेड कमाण्डर रिक्रूट आरक्षी निवेक कुमार तथा संर्वांग सर्वोत्तम रिक्रूट आरक्षी सोनू सहगल शामिल रहे। दीक्षान्त परेड समारोह के अन्त में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी उपस्थित अतिथि गणों एवं वरिष्ठ अधिकारियों का उनके सहयोग के लिए आभार प्रकट किया गया।इजनपद देहरादून में कुल 129 रिक्रूट आरक्षियों तथा ए.टी.सी. हरिद्वार में 59 रिक्रूट आरक्षियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।