प्रदेश में स्वाईन फ्लू का कहर, 12 मौत, 25 मरीज भर्ती, 95 सैंपल जांच के लिए भेजे

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देहरादून। संवाददाता। प्रदेश में लगातार स्वाइन फ्लू का कहर गहराता जा रहा है अकेले देहरादून में जहां 8 मौतें हुई है तो पूरे प्रदेश भर में अभी तक 11 मौतें हो चुकी है तो वहीँ 25 स्वाइन फ्लू के मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती है और 95 सैंपल अभी तक स्वाइन फ्लू के टेस्ट के लिए भेजे जा चुके हैं लिहाजा आज स्वास्थ्य महकमे ने स्वाइन फ्लू को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य महानिदेशालय में बैठक की और मीडिया के माध्यम से स्वाइन फ्लू के कारणों और बचाव को जनता तक पहुंचाने के बारे में जानकारी भी साझा की

हर साल स्वाइन फ्लू के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा इस साल भी लगातार जारी है अभी तक चंद दिनों में प्रदेश में स्वाइन फ्लू से 11 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं तो वहीं 25 लोग प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं दूसरी ओर स्थिति इतनी गंभीर है कि 95 संदिग्ध सैंपल दिल्ली लैब में भेजे जा चुके हैं जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है बढ़ते आंकड़े को देख अब स्वास्थ्य महकमा भी सचेत हो गया है जिस पर आज स्वास्थ्य महानिदेशालय में डीजी हेल्थ पीसी पंत ने एक बैठक बुलाई और मीडिया के माध्यम से स्वाइन फ्लू के कारणों लक्षणों और उससे निपटने के उपाय भी बताए डीजी हेल्थ ने बताया कि वर्तमान में स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अलग-अलग जिलों में टीमें बनाई है जो जहां पर भी स्वाइन फ्लू के मरीज की जानकारी मिलती है वह उसे तुरंत इलाज देने का काम करते हैं साथ ही प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयओं को अलर्ट पर भी रखा गया है और हर अस्पताल में स्वाइन फ्लू के लिए अलग वार्ड भी बना दिया गया है जिससे कि स्वाइन फ्लू के मरीज को उचित इलाज मिल सके और उसकी जान बचाई जा सके

ये होते हैं लक्षण,,

स्वाइन फ्लू आदमी को अक्सर जुकाम और बुखार की शिकायत रहती है साथ ही उसे खांसी की समस्या भी लगातार बनी रहती है स्वाइन फ्लू की स्थिति में आदमी का ब्लड प्रेशर भी नियमित नहीं रहता है साथ ही थकान और कमजोरी भी महसूस की जा सकती है ऐसी स्थिति में मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती होना चाहिए और खून की जांच करवानी चाहिए डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मामले में सीधे स्वाइन फ्लू का इलाज शुरू किया जाता है जिसमें की ब्लड रिपोर्ट के आने का भी इंतजार नहीं किया जाता

बचाव ,,,, डॉक्टरों की मानें तो ऐसे में मरीज को किसी के पास भी नहीं जाना चाहिए और परिवार वाले लोगों को मरीज के लिए अलग से सभी कुछ व्यवस्था करनी चाहिए और किसी प्रकार से मरीज को स्पर्श ना करें ना ही उससे हाथ मिलाएं जिससे कि वायरस ी1 द1 दूसरे व्यक्ति के पास ना पहुंच सकें और स्वाइन फ्लू के सिम्टम्स से बचने की पूरी कोशिश की जानी चाहिए।

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