देहरादून। इंटक कोर कमेटी की बैठक में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व काबीना मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि सरकार प्रदेश के विभिन्न श्रमिक संगठनों के आंदोलनों को कुचलना चाहती है। संगअइठन इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता है।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को लेकर श्रमिक संगठनों का आवाज बुलंद करना जायज है और सरकार इसी दबा नहीं सकती। इसका संगठन पुरजोर विरोध करता है।
बैठक का संचालन करते हुए इंटक के प्रदेश महामंत्री एपी अमोली ने कहा कि अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए प्रदेश सकरार कर्मचारी महासंघों के आंदोलनों को दबाने का प्रयास कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतनमान को लागू करने का नाटक किया। सरकार ने उनके ग्रेड वेतन को कम कर मजदूर विरोधी होने का प्रमाण दिया है। बैठक में इंटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बीरेंद्र नेगी, प्रदेश सचिव वीके छतवाल, परिवहन निगम कर्मचारी नेता अशोक चैधरी आदि मौजूद रहे।