देहरादून। संवाददाता। जहरीली शराब पीने से हुई दर्जनों लोगों की मौत को हादसे का नाम देना नाकाफी है बल्कि ये एक तरह से हत्याकांड है, जिसके लिए सरकार व पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से दोषी है। इस कांड से उत्तराखण्ड को उत्तरप्रदेश व पूरे देश में शर्मशार होना पड़ा है। मौतों का आंकड़ा कहीं अधिक होने की सम्भावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
यह बात आज मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कही। उन्होन कहा कि सरकार व पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे अवैध कारोबार चल रहे हैं तथा शराब बनाये जाने की अवैध फैक्ट्रीयाँ लगी हैं। पुलिस प्रशासन सिर्फ चौथ वसूली तक ही सीमित है तथा इनको लोगों के जानमाल से कोई लेना देना नहीं है।
नेगी ने आक्रोश जताते हुए कहा कि जिस जिलाधिकारी हरिद्वार की फोटो रोजाना सोशल मीडिया, फेसबुक पर अपलोड होती है, जिनमें रोजाना नई नई नौटंकी कर वाह वाही लूटना मात्र है। लेकिन जनपद में चल रहे बड़े पैमाने पर अवैध शराब, खनन व अन्य बड़े काले कारोबार की तरफ उक्त अधिकारी का मौन साधना बड़ा ही चिन्ताजनक विषय है। उक्त कांड के लिए पुलिस प्रशासन,जिला प्रशासन सीधे तौर पर जिम्मेदार है, जिसकी नाक के नीचे जनपद में दर्जनों शराब की अवैध फैक्ट्रियाँ स्थापित हैं।
नेगी ने कहा कि सरकार रोजाना जीरो टोलरेंश की बड़ी,बड़ी बातें करती हैए लेकिन इस घटना ने सरकार के जीरो टोलरेंश की धज्जियाँ उड़ा कर रख दी हैं। सरकार को चाहिए कि एल.आई.यू. व इंटेलीजेन्श द्वारा पूर्व में दी गयी अवैध शराब बनाये जाने की रिपोर्ट का संज्ञान लेकर जिम्मेदार बड़े अधिकारियों पर भी कार्यवाही करें।