- महाशिवरात्रि को भगवान शंकर की आराधना, उपासना और उनका ध्यान करने का पर्व है
- इस मौके पर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने की विशेष परंपरा है
- भगवान शिव को अमरत्व का देवता भी माना जाता है
- भगवान शिव के इन मंत्रों में विशेष दैवीय शक्तियां होती हैं
देहरादून : महाशिवरात्रि इस बार महासंयोग के साथ कल सोमवार यानि 4 मार्च को है। महाशिवरात्रि सोमवार को होने के कारण इसका महत्व और बढ़ गया है। महाशिवरात्रि को भगवान शंकर की आराधना, उपासना और उनका ध्यान करने उनकी विशेष कृपा पाई जा सकती है। इस मौके पर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने की विशेष परंपरा है। कुछ बड़े शिव मंदिरों के आस-पास इस मौके पर मेले का आयोजन भी किया जाता है।
शिव मंत्रों के जाप से मिलती है शांति
महाशिवरात्रि की पूजा के मौके पर भक्त भगवान शिव की पूजा करते वक्त विशेष मंत्रों का जाप करते हैं। माना जाता है कि इन मंत्रों से मन की शुद्धि, अकाल से रक्षा, स्वास्थ्य और शांतिपूर्ण जीवन का वरदान मिलता है। सभी शक्तिशाली मंत्रों के पीछे भगवान शिव की शक्ति होती है। भगवान शिव को अमरत्व का देवता भी माना जाता है। भगवान शिव के इन मंत्रों में विशेष दैवीय शक्तियां होती हैं। साथ ही भगवान शिव के मंत्रों के जाप से मनुष्य का मन अध्यात्म की ओर जाता है और अलौकिक शांति की अनुभूति कराता है।
महाशिवरात्रि पर पढ़ें ये मंत्र
1- भय भगाने के का मंत्र
ॐ नमः शिवाय
2- भगवान शिव की कृपा पाने के लिए रुद्र मंत्र
ॐ नमो भगवते रुद्राय
3- शिव ध्यान मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विदमहे विदमहे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्राह प्रचोदयात
4- महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥