देहरादून। एक निजी कंपनी में कार्यरत शख्स से साइबर जालसाजों ने लगभग ढाई लाख रुपये की ठगी कर ली। जालसाज ने लोन की जानकारी देने के लिए उन्हें एक लिंक भेजा था। इस लिंक पर क्लिक करने और बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारी साझा करने के चंद घटे के ही भीतर जालसाज ने खाता ही खाली कर दिया। इसके साथ ही उनकी दो एफडी को भी तोड़कर उसका भुगतान ले लिया। मामले में नेहरू कॉलोनी थाने की पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र के सरस्वती विहार निवासी कुंदन सिंह बिष्ट ने पुलिस को बताया कि बीते सात मार्च को एक व्यक्ति का उनके पास फोन आया। उसने लोन दिलाने के संबंध में बात की। इसके बाद उसने एक लिंक भेजा। कहा कि इस पर क्लिक के करने के बाद उन्हें बैंक अकाउंट और व्यक्तिगत जानकारी डालनी होगी। उन्होंने लिंक खोला और उस पर खाता नंबर से लेकर कई जानकारी डाल दी। तब ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हुआ।
अगले दिन आठ मार्च की सुबह उन्होंने देखा तो उनके मोबाइल पर खाते से रकम निकलने के कई एसएमएस पड़े हुए थे। एसएमएस खोला तो होश उड़ गए। उनके खाते में जमा लगभग चालीस हजार रुपये समेत उनकी दो एफडी को तोड़कर भुगतान लिया जा चुका था। कुंदन ने बताया कि एक लाख और 83 हजार रुपये की दोनों एफडी को उन्होंने मैनुअली लिया था, जिसे ब्रेक करने के लिए उनका मौजूद होना आवश्यक था। लेकिन नेट बैंकिंग के जरिये इन दोनों एफडी को ब्रेक कर भुगतान ले लिया गया।
वहीं, एसओ दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि जालसाज ने कुंदन सिंह के मोबाइल नंबर के सिमकार्ड का क्लोन तैयार कर ठगी की है।