होली के होल्यारों ने कुर्माचंल संस्कृति की छटा बिखेरी

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देहरादून। संवाददाता। होली पर्व के दौरान कुमांऊनी खड़ी नृत्य का मिजाज देखने लायग होता है। होली मिलन समारोह में पारंपरिक अंदाज में होली मनाई जा रही है। कहीं खड़ी-बैठकी होली में कूर्मांचली संस्कृति के रंग बिखर रहे हैं तो कहीं अवध की होली से इस पर्व को खास बनाया जा रहा है। जिसे प्रति लोगों में उत्साह देखने लायग है।

रविवार व सोमवार को अखिल भारतीय नेहरू ब्रिगेड की ओर से आयोजित होली मिलन समारोह में फूलों की होली खेली गई। चारों तरफ हो रही पुष्प वर्षा से अत्यंत मनमोहक दृश्य रहा। इसके अलावा कृष्ण भगवान के बाल्यकाल के स्वरूप में माखनचोर, राधा-कृष्ण की रासलीला का मंचन भी हुआ। इसके बाद पारंपरिक वेशभूषा पहने महिलाओं ने सामूहिक रूप से खड़ी-बैठकी होली खेली।

इस अवसर पर योगाचार्य विपिन जोशी व अन्य मौजूद रहे। कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद द्वार हाथीबड़कला स्थित मंत्री प्रकाश पंत के आवास पर कुमांऊनी खड़ी होली नृत्य से समा बांधा। शाम को पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के ओएसडी व संघ कार्यकर्ता रणजीत सिंह ज्याला के नवादा स्थित आवास पर भी रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में होली के गीत गाकर खड़ी-बैठकी होली मनाई। इस दौरान परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष कमल रजवार, महासचिव चंद्रशेखर जोशी, शाखाध्यक्ष उत्तम सिंह अधिकारी, ओपी बवाड़ी, जीत सिंह नेगी आदि उपस्थित रहे।

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