देहरादून। संवाददाता। उत्तराखण्ड की जनता अपना फैसला सुना चुकी है। भाजपा और कांग्रेस ेके सभी दस प्रत्याशियों सहित उन 52 प्रत्याशियों का भाग्य अब ईवीएम में संरक्षित हो चुका है और फैसला 23 मई को होगा कि कौन कौन बाजी मारता है।
ईवीएम लेकर पोलिंग पार्टियों का लौटने का सिलसिला कल शाम से जारी है। यहंा रायुपर स्थित स्टेडियम में बनाये गये स्टांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच इन ईवीएम मशीनों को रखा जा रहा है। कल 6 बजे मतदान सम्पन्न होने के बाद निकटस्थ क्षेत्रों से पोलिंग पार्टियों ने यहंा लौटना शुरू कर दिया था। दून और आस पास के 50 से 60 किलोमीटर की दूरी वाले सभी मतदान केंन्द्रो से बीती रात ही पोलिंग पार्टियां लौट आयी थी और पोलिंग अधिकारी अपनी ईवीएम मशीनों को जमा करने में लगे हुए है।
काम आसान नहीं है कितनी मशीने दी गयी थी कितनी मतदान में प्रयुक्त हुई, कितनी मशीनों को खराबी के कारण बदलना पड़ा। सारा लेखा मिलान करने के बाद ही इन मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखा जा रहा है। साथ ही सभी मशीनों की सील भी चैक की जा रही है। राज्य में कुल 11 हजार से अधिक पोलिंग बूथ बनाये गये थे। इसलिए आने के क्रम में ही इन पोलिंग पार्टियों की मशीन जमा करायी जा रही है। जिसमें समय लगना स्वाभाविक है और इंतजार भी जरूरी है उम्मीद जताई जा रही है कि आज देर रात तक सभी पोलिंग पार्टियंा वापस लौट आयेंगी।
ईवीएम की सुरक्षा एक दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा है। जिसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। ईवीएम की सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध किये गये है। तथा इनकी 24 घंटे निगरानी की जायेगी। खास बात यह है कि पहले ही दौर में मतदान होने के कारण पूरे 42 दिन तक इन ईवीएम मशीनों को कड़े सुरक्षा पहरे में रखा जायेगा। जिसके लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गये है।